तपती रेती प्यासे शंख
रचनाकार | शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान |
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प्रकाशक | उत्तरायण प्रकाशन, लखनऊ, |
वर्ष | 2004 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
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विविध |
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- दर्द है पर किस तरह से / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- इन्द्रधनुष हो गये सयाने / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- तोड़े नयी जमीन/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- नायाब नगीना/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- काली पट्टी दिखती/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- गदहे गावें गान/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- बगुलों की पातें/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- हवा चली/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- शहर कमाकर/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- अन्दर भरे हलाहल/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- राजा अंधा है/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- कैसे उड़ पाएगा देश का विमान / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- किस पनघट पर बाँधी है आस / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- सबसे बडा विधान / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- सबके सब बहरे / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- नक्शा मीटिंग और सलाम / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- बिकते जनपद थाने / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- उजियारा भटक रहा / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- कैसे नीम जिये / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- साँपों की बस्ती / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- गायेगी फगुवारी टोली / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- मिलें दुआयें ज्यों फकीर की / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- अमर रहेगा नाम / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- अपना हिन्दुस्तान / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- गौतम गाँधी के अनुयायी / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- अपनी परिपाटी / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- लौटकर आओ चले / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- हर किसी का दर्द / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- हो गया है यन्त्रवत / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- लौटकर आओ चलें/ शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- लड़ता रहा उमर भर मैं / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- आग्रह / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
- / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान