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अशोक अंजुम की हास्य व्यंग्य ग़ज़लें / अशोक अंजुम
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अशोक अंजुम की हास्य व्यंग्य ग़ज़लें
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रचनाकार | अशोक अंजुम |
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इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- कि पी के धुत्त हो जाते हो काहे इस क़दर भइये / अशोक अंजुम
- आये थे थानेदार जिन्हें कल लताड़ के / अशोक अंजुम
- हर डगर चिल्लपों, हर सफ़र चिल्लपों / अशोक अंजुम
- इस क़दर थीं जनाब में हड्डी / अशोक अंजुम
- खेल के परिणाम सारे फिक्स हैं / अशोक अंजुम
- प्यार है, इज़हार है बाज़ार में / अशोक अंजुम
- क्या-क्या न सहे हमने सितम आधी रात तक / अशोक अंजुम
- रौब वर्दी का ज़माने को दिखाने निकले / अशोक अंजुम
- क्यों लेने को जान आ गये भरी दुपहरी में / अशोक अंजुम
- बन जाते सब काम, ज़माना रिश्वत का / अशोक अंजुम
- हों जो साहब जी द्वार पर बेटा / अशोक अंजुम
- कुछ ना पूछो यार हमसे हाय क्या फैला गया / अशोक अंजुम
- आँँसू नहीं निचोड़ो छोड़ो यार / अशोक अंजुम
- जब बेअसर थी प्रेम से हर बात की खुराक / अशोक अंजुम
- तुम दलबदलू यार, तुम्हारे जलवे हैं / अशोक अंजुम
- किच-किच कचर-कचर से भागा / अशोक अंजुम
- बादाम खा रहा है वह कट्टा निकाल के / अशोक अंजुम
- कूदे हैं जब भी यार तुम्हारी छत पर / अशोक अंजुम
- लोग बड़े हैं, बात बड़ी / अशोक अंजुम
- ऊपर वाले बड़े मजे से खींच रहे है माल मियाँ / अशोक अंजुम
- कुछ तमंचे शेष चाकू हो गए / अशोक अंजुम
- जहाँ रहनुमा लूट रहे हों, होगी फिर ख़ुशहाली क्या / अशोक अंजुम
- वही गीत प्यारे सुनाएगा कब तक / अशोक अंजुम
- शायरी सब धरी रह गई / अशोक अंजुम
- अगर न सँभले दम निकलेगा / अशोक अंजुम
- बहुत दिनों के बाद हमारे राजाजी / अशोक अंजुम
- अगर हिलायी दुम न आपने होगा बायकाट डियर / अशोक अंजुम
- वे अच्छे-अच्छों के भी दुम उगा के छोड़ेंगे / अशोक अंजुम
- पर्चे चिपके दीवारों पर, साब गाँव में आयेंगे / अशोक अंजुम
- गली-गली नफ़रत देती अब रोज़ प्यार की गारंटी / अशोक अंजुम
- लड्डन, कंछी, जुम्मन सबको गले लगाएँ नेताजी / अशोक अंजुम
- ज़हर जुबां में अपनी जमकर घोले निकलेंगे / अशोक अंजुम
- लग गया है निशान टूटेगी / अशोक अंजुम
- उसने कहा कि धत् / अशोक अंजुम
- इस दौर का दशानन / अशोक अंजुम
- सब जोश है उड़नछू सारा उफान गायब / अशोक अंजुम
- तेरा-मेरा प्यार टनाटन / अशोक अंजुम
- सच बताओ किधर से है मारी ग़ज़ल / अशोक अंजुम