नीचे दिये हुए पृष्ठ समंदर ब्याहने आया नहीं है / जहीर कुरैशी से जुडते हैं:
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- जब भी औरत ने अपनी सीमा रेखा को पार किया / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- धर्म-युद्ध की बात न करना,धर्म-युद्ध आसान नहीं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जो बेहद मुश्किल लगता था उसको भी आसान किया / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जिधर कामनाएँ थीं, वे अपने मन के आधीन हुए / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- पैर अपने थे मगर उनके इशारों पर चले / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- नींद भी देता है सपने भी दिखा देता है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जिसको अपना कह सकूँ बस्ती में ऐसा घर न था / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- मुखर होने लगीं अनबन की बातें / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जो बढ़ते हैं कलाकारी से आगे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- ख़ूबसूरत ‘तितलियों’ से डर लगा / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- दूर तक पानी ही पानी है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- वो जाकर क्यों नहीं लौटा अभी तक / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- ‘भितरघातें’ मुझे करना नहीं आता / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- अनुभवों की पाठशाला ने सिखाया है बहुत / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जीत कर भी पराजित हुए / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- उम्र के साथ मौसम बदलते रहे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- उम्र-भर मित्रताओं में उलझे रहे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- बाल-बच्चे सयाने हुए / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- प्रश्न जब भी उछाले गए / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जो उड़ते हैं उड़ाने साथ रहती हैं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- लोग जब भी असावधान हुए / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- घर की तू-तू मैं-मैं, बाहर के लोगों तक आ पहुँची / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जो चल पड़ा है अँधेरे में रोशनी बन कर / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- व्यक्त होने की बहुत क्रोध ने तैयारी की / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- हिरनी को जब याद सताती है अपने मृग-छोने की / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- इतना ज़्यादा उधार रहता है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- रोना भी अगर चाहूँ तो रोने नहीं देते / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- घर के अंतिम बरतनों को बेचकर / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- जुलूसों में मिले श्रीहीन चेहरे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- क्रोध रोके रुका ही नहीं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- लोग सन्देह करते रहे / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- आग जैसे ज्वलन्त प्रश्नों में / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- लोग रण में उतर भी जाते हैं / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- एकान्त काटने लगे ऐसा नहीं देखा / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- पीर पढ़नी है तो फिर आँखों के अन्दर देखो / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- उलझनें तो हैं सभी के साथ / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- है मुझे उस आदमी के दोगले स्वर का पता / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- भोर की अपनी जगह , अपनी है दुपहर की जगह / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- कैसे बोलूँ मैं किसी के सामने / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- अभी तो फ़ैसला होना नहीं है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- किताबों में तो सब कुछ ही लिखा है / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)
- सिर्फ़ चलना ही नहीं काफ़ी, ओ चलने वाले / जहीर कुरैशी (← कड़ियाँ)