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आंखों में आसमान / ज्ञान प्रकाश विवेक से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 20 | अगले 20) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- ख़ुद से लड़ने के लिए जिस दिन खड़ा हो जाऊँगा / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- तूने लपटों को जो आँखों में उतारा होता / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- खुली कपास को शोलों के पास मत रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- मुझे मालूम है भीगी हुई आँखों से मुस्काना / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- बेचारे मुफ़लिस का चेहरा फटी हुई पुस्तक-सा / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- तुम्हारे शहर में ये बेघरों को मान मिला / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- ये सच है कि वो लामकान था यारो / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- जाते-जाते वो मौसम भी क्या ले गया / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- जीने का अर्थ उसने समझा दिया सभी को / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- ज़िन्दा रहने की ये तौफ़ीक उठाए रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- अपनी औक़ात समझ ख़ुद को पयम्बर न बना / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- क्यों भटकता कोई बैचैन अँधेरों की तरह / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- तुम कभी ज़र्रों के अन्दर देखो / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- रेज़गारों की अदावत से बचा ले मुझको / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- किसी बैलून की मानिंद भर गया हूँ मैं / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- दब न जाऊँ मैं कहीं मील का पत्थर बन कर / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- ख़ुशी का चाँद यहाँ कम जवान होता है / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- व्याकरण हो गया वो शख़्स ज़माने के लिए / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- जलेगा दिया तो सँवर जाएगा / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)
- फिर आज बर्फ़ पर सूरज टहलने आया है / ज्ञान प्रकाश विवेक (← कड़ियाँ)