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मैं विद्रोही मैं यायावर / कुमार विमलेन्दु सिंह
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मैं विद्रोही मैं यायावर
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रचनाकार | कुमार विमलेन्दु सिंह |
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इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- न पुराना दूँगा, न नया लूँगा / कुमार विमलेन्दु सिंह
- फिर सुनाऊँगा कभी / कुमार विमलेन्दु सिंह
- शिव! आप ही हैं / कुमार विमलेन्दु सिंह
- कैसे अकेले सम्हालूँ मैं / कुमार विमलेन्दु सिंह
- लेकिन साफ दिख रहे हो / कुमार विमलेन्दु सिंह
- विशाल वृत / कुमार विमलेन्दु सिंह
- मैंने स्वयं बनाया है इन्हें / कुमार विमलेन्दु सिंह
- प्रथम हत्यारा / कुमार विमलेन्दु सिंह
- कविता तुम! / कुमार विमलेन्दु सिंह
- लालटेन / कुमार विमलेन्दु सिंह
- शब्दों के मध्य का प्रसार / कुमार विमलेन्दु सिंह
- दिगबोई में / कुमार विमलेन्दु सिंह
- स्वागत है / कुमार विमलेन्दु सिंह
- वांछित क्रान्ति / कुमार विमलेन्दु सिंह
- इतिहास अनुभव / कुमार विमलेन्दु सिंह
- कामरेड, तुम भी न! / कुमार विमलेन्दु सिंह
- मैं विद्रोही, मैं यायावर / कुमार विमलेन्दु सिंह
- एक थी पौध गुलाब की / कुमार विमलेन्दु सिंह
- बुलाया नहीं मुझे किसी ने / कुमार विमलेन्दु सिंह
- तय रहेगा यही परस्पर / कुमार विमलेन्दु सिंह
- शर्वरी / कुमार विमलेन्दु सिंह
- और तुम शशि / कुमार विमलेन्दु सिंह
- वर्तमान / कुमार विमलेन्दु सिंह
- हे आगन्तुक! / कुमार विमलेन्दु सिंह
- मृग श्राप / कुमार विमलेन्दु सिंह