नया अनहद
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रचनाकार | दिनेश कुमार शुक्ल |
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प्रकाशक | |
वर्ष | 2005 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 95 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- भटकते हुए / दिनेश कुमार शुक्ल
- त्रिकाल दीक्षा / दिनेश कुमार शुक्ल
- दिये से दिया / दिनेश कुमार शुक्ल
- नया अनहद (कविता) / दिनेश कुमार शुक्ल
- टूटती धार / दिनेश कुमार शुक्ल
- प्रथम पंक्ति / दिनेश कुमार शुक्ल
- यह रात / दिनेश कुमार शुक्ल
- एक अव्यक्त चित्र / दिनेश कुमार शुक्ल
- उड़ान / दिनेश कुमार शुक्ल
- बस्ता / दिनेश कुमार शुक्ल
- जाग मछन्दर / दिनेश कुमार शुक्ल
- सृष्टि का व्यापार / दिनेश कुमार शुक्ल
- द्रष्टा / दिनेश कुमार शुक्ल
- तुम मुँडेर पर / दिनेश कुमार शुक्ल
- तुम्हारा प्रतिविम्ब / दिनेश कुमार शुक्ल
- बचपन / दिनेश कुमार शुक्ल
- एक द्वीप / दिनेश कुमार शुक्ल
- उड़ते सारस / दिनेश कुमार शुक्ल
- एक रात की कथा / दिनेश कुमार शुक्ल
- रोटी और बेटी / दिनेश कुमार शुक्ल
- सब गए समेट / दिनेश कुमार शुक्ल
- रात ढलती है / दिनेश कुमार शुक्ल
- संझा-भाषा / दिनेश कुमार शुक्ल
- नई दुनिया / दिनेश कुमार शुक्ल
- चक्रवात / दिनेश कुमार शुक्ल
- स्टीफन हॉकिंग / दिनेश कुमार शुक्ल
- नदी और माँ / दिनेश कुमार शुक्ल
- नदी और नक्षत्र / दिनेश कुमार शुक्ल
- भाई कवि! / दिनेश कुमार शुक्ल
- कबीर और अमेरिका की खोज / दिनेश कुमार शुक्ल
- दुख-सुख-प्रेम तरल तिरबेनी / दिनेश कुमार शुक्ल
- कुटिल दिक्-काल / दिनेश कुमार शुक्ल
- नहीं पतंग अकेली / दिनेश कुमार शुक्ल
- लोहा / दिनेश कुमार शुक्ल
- अतल से / दिनेश कुमार शुक्ल
- मगर की टिटिहरी / दिनेश कुमार शुक्ल
- आँखों का संगीत / दिनेश कुमार शुक्ल
- प्रति-संसार / दिनेश कुमार शुक्ल
- तिलिस्म और मालगाड़ी / दिनेश कुमार शुक्ल
- किसी आग का खेल है ये दुनिया / दिनेश कुमार शुक्ल
- ध्रुपद का टुकड़ा / दिनेश कुमार शुक्ल
- प्राक्तन-भाषा और स्त्रियाँ / दिनेश कुमार शुक्ल
- सामने है कन्दरा / दिनेश कुमार शुक्ल
- खोलो आँख / दिनेश कुमार शुक्ल
- रात का एकांकी / दिनेश कुमार शुक्ल
- भीतर कवि थे / दिनेश कुमार शुक्ल
- प्यास की ताप / दिनेश कुमार शुक्ल
- कविता ही दुख की बोली है / दिनेश कुमार शुक्ल
- आधा गीत / दिनेश कुमार शुक्ल
- गुप्त गोदावरी / दिनेश कुमार शुक्ल
- आगमन / दिनेश कुमार शुक्ल
- वस्तुओं का व्याकरण / दिनेश कुमार शुक्ल
- यह लुनाई / दिनेश कुमार शुक्ल
- जगह जानी पहचानी / दिनेश कुमार शुक्ल
- खोलो दरवाजा तो खोलो / दिनेश कुमार शुक्ल
- धरती के छोर पर / दिनेश कुमार शुक्ल
- चैत की चौपही / दिनेश कुमार शुक्ल
- ठिठका हुआ स्वप्न / दिनेश कुमार शुक्ल
- चली गई आवाजें / दिनेश कुमार शुक्ल
- रतजगा / दिनेश कुमार शुक्ल
- मुनियाँ, मोती और जाड़े की कथा / दिनेश कुमार शुक्ल
- अभिनव मीरा / दिनेश कुमार शुक्ल
- उसी की राह / दिनेश कुमार शुक्ल
- उलझन / दिनेश कुमार शुक्ल
- प्रेम की पाती / दिनेश कुमार शुक्ल