पंक्तियों में सिमट गया मन

क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | ईश्वर करुण |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
कविताएँ
- एक पापा की आत्म-स्वीकृति / ईश्वर करुण
- मेरी कविताओं की ओर / ईश्वर करुण
- प्रण / ईश्वर करुण
- चोरे महथा / ईश्वर करुण
- ओ पंद्रह अगस्त! मेरे उत्तर? / ईश्वर करुण
- यक्ष आवाहन / ईश्वर करुण
- मेरी भी कुछ सुनो तो / ईश्वर करुण
- उतथान-चिंतन / ईश्वर करुण
- दौड़ना तो होगा ही / ईश्वर करुण
- पंक्तियों में सिमट गया मन (कविता) / ईश्वर करुण
- गीत-नेह के नगर में / ईश्वर करुण
- एक चिट्ठी : अनेक व्यथाएँ / ईश्वर करुण
- घर्ष से उत्कर्ष लूँगा / ईश्वर करुण
- मेरे अबोध! / ईश्वर करुण
- आदमकद / ईश्वर करुण
गजलें
- डूब जाएगा ही मझधार में जाकर नैया / ईश्वर करुण
- घुटन ही घुटन है शहरे-ए-वतन में / ईश्वर करुण
- उठा कदम भले कोई, मगर दिल से पूछ ले / ईश्वर करुण
- दुश्मन के जवानों से ण एटमबम के निशानो में / ईश्वर करुण
- फूलों का एक शहर कोई मुझको तलाश दो / ईश्वर करुण
- फिर दरख्तों के साये सिमानते लगे / ईश्वर करुण
- है कहीं क्या देश मेरा काश! तुम बतला सको / ईश्वर करुण
- सोसती सिरी लिखा ‘ईश्वर’ ने ईद मुबारक यार कलाम / ईश्वर करुण
- तन गयीं हैं मुट्ठियाँ आकाश में / ईश्वर करुण
- खाये हैं धोखे राह से जनता के पाँव ने / ईश्वर करुण
- हर शख्स की आँखों में दहशत थमी-थमी है / ईश्वर करुण
- बोलियाँ तकरार की और खेतियाँ हथियार की / ईश्वर करुण
- अमन के नाम दो लमहात फकत कर्ज चाहिए / ईश्वर करुण
- धुआँ उठा है दिल में मेरे, कमी हुई कुछ मस्ती में / ईश्वर करुण
- सहमे हुए मौसम में कब गुलाब खिले हैं ! / ईश्वर करुण
- रेती में लगे गुलमोहर गुलशन में वीराना है / ईश्वर करुण
- मौत बेचे दिन महीना आजकल / ईश्वर करुण
- नये वर्ष में मंगल क्षण हों / ईश्वर करुण