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यह घूमने वाली औरतें जानती हैं / दयानन्द पाण्डेय
Kavita Kosh से
यह घूमने वाली औरतें जानती हैं
रचनाकार | दयानन्द पाण्डेय |
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प्रकाशक | |
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भाषा | हिन्दी |
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विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- गीत-1 / दयानन्द पाण्डेय
- गीत-2 / दयानन्द पाण्डेय
- यह तुम्हारे नयन हैं / दयानन्द पाण्डेय
- और स्त्री फ़ोटो खिंचवा रही है / दयानन्द पाण्डेय
- स्त्री की बगावत का एक दिया / दयानन्द पाण्डेय
- तुम कभी सर्दी की धूप में मिलो मेरी मरजानी / दयानन्द पाण्डेय
- हम प्यार में हैं किसी मेट्रो में नहीं / दयानन्द पाण्डेय
- देह के बाज़ार में आंख का सपना / दयानन्द पाण्डेय
- तुम्हारी आँख के विलाप की आंच में / दयानन्द पाण्डेय
- मैं आदर्शहीन हूँ / दयानन्द पाण्डेय
- यह तुम्हारे अधर / दयानन्द पाण्डेय
- पिछवाड़े का घर गिर रहा है / दयानन्द पाण्डेय
- इस कोहरे में किलोल / दयानन्द पाण्डेय
- मैं तुम्हारा कोहरा, तुम हमारी चांदनी / दयानन्द पाण्डेय
- प्रेम का यह जोग / दयानन्द पाण्डेय
- यह तुम्हारे विशाल उरोज / दयानन्द पाण्डेय
- मैं जेहादी, मैं मासूम / दयानन्द पाण्डेय
- खून में सना हुआ यह सूर्य, यह समय / दयानन्द पाण्डेय
- पर हे पाकिस्तान लेकिन तुम नहीं बदले! / दयानन्द पाण्डेय
- मेरी बेटी, मेरी जान! / दयानन्द पाण्डेय
- यह घूमने वाली औरतें जानती हैं (कविता) / दयानन्द पाण्डेय
- यह तुम्हारा रूप है कि पूस की धूप / दयानन्द पाण्डेय
- प्रेम एक निर्मल नदी / दयानन्द पाण्डेय
- इस नए साल पर मैं तुम्हें बधाई कैसे दूं / दयानन्द पाण्डेय
- तुम्हें यह तुम्हारा ज़माना, यह ओबामा मुबारक़! / दयानन्द पाण्डेय
- बेटी और माँ के चंदन की मिसरी / दयानन्द पाण्डेय
- प्रेम की नदी / दयानन्द पाण्डेय
- तो मैं बच्चा बन जाता हूँ / दयानन्द पाण्डेय
- महुए की उस इकलौती माला की सौगंध / दयानन्द पाण्डेय
- तुम्हारी प्रेम कचहरी और तुम्हारी टिकुली / दयानन्द पाण्डेय
- इतने गुलमोहर मत खिलाओ / दयानन्द पाण्डेय
- ख़ुद को तोड़ कर छोड़ आया हूँ तुम्हारे पास / दयानन्द पाण्डेय
- और इस तरह मशहूर हो गई तुम हमारे प्यार में / दयानन्द पाण्डेय
- काश कि मैं दुनिया की सारी बेटियों का पिता होता / दयानन्द पाण्डेय
- इस रमज़ान में तुम्हें देखना / दयानन्द पाण्डेय
- यह बारिश है कि मैं ही बरस रहा हूँ / दयानन्द पाण्डेय