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"रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी" के अवतरणों में अंतर
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20:08, 29 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी

| जन्म | 10 जनवरी 1956 | 
|---|---|
| उपनाम | बेख़ुद | 
| जन्म स्थान | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| आपको नज़्म, गज़ल, दोहा, मनकबत, ह्म्त, गीत, कतआत आदि विधाओं में महारत हासिल है | |
| जीवन परिचय | |
| रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी / परिचय | |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- हर तरफ़ जाले थे, बिल थे / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - दोस्ती ने छीन ली, कुछ दुश्मनी ने छीन ली / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - यही सबब है जो हल मसअला नही होता / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - ग़म नहीं वो शीशा-ए-दिल को शिकस्ता कर गया / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - उनके जलवे जो तरबनाक हुए जाते हैं / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - बारिश मे उफ़नाई नदी के जैसी यौवन की तस्वीर / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - इसका मतलब ये तो नहीं दीवार उठे अंगनाई में / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - मैं तो बस्ती ढूढ़ रहा था मुझको मिले शमशान / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - किसको खराब शहर में अच्छा किसे कहें / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - ज़ख्म है दिल का ताज़ा देखो / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - तन्हाई में कलम उठा कर हम वो ही सब / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - अपनी अपनी ख़ूबियाँ और ख़ामियाँ भी बाँट लें / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - अपने हाथ अपना खून चाहती / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - लहकते धान की एक-एक बाली सूख जाती है / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - यहा सच बोलने से फ़ायदा क्या / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - कुछ तेरा चेहरा मुझे लगता है पहचाना हुआ / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - बारिश में उफनाई नदी के जैसी यौवन की तस्वीर / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - न वो ज़बान की शोखी मेरे बयान में है / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - दिल पे नाज था मगर वो भी न अपना निकला / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - जो रिक्शा धूप और बरसात में दिन भर चलाता / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - गरीबी में बशर एक एक करके बेच देता है / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - कभी हम आग से गुजरे कभी पानी से गुजरे हैं / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 - हँसी आने पे चेहरे की उदासी छूट जाती है / रामप्रकाश 'बेखुद' लखनवी
 
	
	