भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सोनरूपा विशाल
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:52, 22 जुलाई 2019 का अवतरण
सोनरूपा विशाल
© कॉपीराइट: सोनरूपा विशाल। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग सोनरूपा विशाल की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
सोनरूपा विशाल / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- प्यार तुम्हारा / सोनरूपा विशाल
- पांडुलिपि पूरी करें हम प्यार की / सोनरूपा विशाल
- हाँ तुम्हारे बस तुम्हारे प्यार से / सोनरूपा विशाल
- तुम न हो ऐसा जीवन नहीं चाहिए / सोनरूपा विशाल
- एक तुम्हारे होने से / सोनरूपा विशाल
- तुम मिले / सोनरूपा विशाल
- नमक की डली / सोनरूपा विशाल
- होली में रंग दे / सोनरूपा विशाल
- मेरा बैरी चाँद तुझे भी सारी रात जगाये / सोनरूपा विशाल
- प्रेम की इक नदी के लिए / सोनरूपा विशाल
- साथ चलने का संकल्प है / सोनरूपा विशाल
- दो प्राण इक प्रण से मिले / सोनरूपा विशाल
- तुम्हारे बिन / सोनरूपा विशाल
- फागुन आया है / सोनरूपा विशाल
- प्रेम शब्द है छोटा सा / सोनरूपा विशाल
- जितना दूर गए हो मुझसे / सोनरूपा विशाल
- महके बेले सी हर रात / सोनरूपा विशाल
- दिन आएगा / सोनरूपा विशाल
- मन के काग़ज़ पर / सोनरूपा विशाल
- पहले उलझन पाने की है / सोनरूपा विशाल
- इक तारा हो जाऊँ मैं / सोनरूपा विशाल
- धीरे-धीरे जोड़ रही हूँ / सोनरूपा विशाल
- एक जीवन है कई आसक्तियाँ हैं / सोनरूपा विशाल
- सावन का मौसम / सोनरूपा विशाल
- ये रिश्ते हैं, व्यापार नहीं / सोनरूपा विशाल
मुक्तक
ग़ज़ल
- जीवन से लबरेज़ हिमालय जैसे थे पुरज़ोर पिता / सोनरूपा विशाल
- बचपन बेशक जाता लेकिन कुछ नादानी रह जाती / सोनरूपा विशाल
- अपनी मर्ज़ी का रुख़ मैं अपनाऊँ / सोनरूपा विशाल
- गुज़रे लम्हों के दोबारा पन्ने खोल रही हूँ मैं / सोनरूपा विशाल
- शायद तुझसे मिलने की गुंजाइश है / सोनरूपा विशाल
- कभी-कभी तू मेरा साथ यूँ निभाया कर / सोनरूपा विशाल
- शाम सी नम,रातों सी भीनी,भोर सी है उजियारी माँ / सोनरूपा विशाल
- या तो वापस पलट के आओ तुम / सोनरूपा विशाल
- मैं जैसी हो गयी, होना नहीं था / सोनरूपा विशाल
- ब्याहता है जोश की जो शौर्य से परिणीत है / सोनरूपा विशाल
- अपनी ये पहचान समझिए / सोनरूपा विशाल