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जन्म | 06 जून 1933 |
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उपनाम | सुधेश |
जन्म स्थान | जगाधरी, ज़िला अम्बाला, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
फिर सुबह होगी ही, घटनाहीनता के विरुद्ध, तेज़ धूप, जिये गये शब्द, गीतायन, बरगद (खण्डकाव्य), निर्वासन (खण्ड काव्य), जलती शाम | |
विविध | |
मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी का भारतीय कविता पुरस्कार 2006 | |
जीवन परिचय | |
सुधेश / परिचय |
गीत
ग़ज़ल
- चलें काली आँधियाँ चलते चलो / सुधेश
- अच्छी बातें कर रहे हैं लोग / सुधेश
- दोस्ती में दुश्मनी शामिल हमारी / सुधेश
- सारा जगत अब ग़ाम है / सुधेश
- कहनी जो तुम से बात अकेले में / सुधेश
- दुख की बदली बिना कहे छा जाती है / सुधेश
- ज़बां लफ्ज़-मुहब्बत है / सुधेश
- इक्कीसवीं सदी है / सुधेश
- उजड़ कर हर एक मेला रह गया / सुधेश
- रोना है तो छुप कर रो / सुधेश
- इतनी आफ़तों की आहटें हैं / सुधेश
- भारत की क़िस्मत क्या बदली / सुधेश
- चले जा रहे हैं चले जा रहे हैं / सुधेश
- प्यार करो तो पाओ प्यार / सुधेश
- सारा जगत अब ग्राम है / सुधेश
- इक्कीसवीं सदी चलो हम भी बदलते हैं / सुधेश
- जब तक साँस चलती जीना पड़ेगा ही / सुधेश