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अंग परी / धीरज पंडित
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अंग परी
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रचनाकार | धीरज पंडित |
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प्रकाशक | |
वर्ष | 2005 |
भाषा | अंगिका |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 32 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- सैनिक रोॅ संदेश / धीरज पंडित
- कथी लेली बरसात पूजै छो / धीरज पंडित
- घर छै कि गोहाल छै / धीरज पंडित
- उलहनो / धीरज पंडित
- जिनगी रो गाड़ी / धीरज पंडित
- निर्गुण गीत-पिया दूर देश गेलै / धीरज पंडित
- वसंत गीत-अईलै बसंत ऋतु / धीरज पंडित
- विरह गीत / धीरज पंडित
- लोक गीत-लहलह लहरै / धीरज पंडित
- भारती पुकारै छै / धीरज पंडित
- राखी रऽ गीत / धीरज पंडित
- सभ्भे अंग्रेजी हिन्दी नांय / धीरज पंडित
- जनता भगवान / धीरज पंडित
- लोरी / धीरज पंडित
- जहाँ पर मौत रहै छै / धीरज पंडित
- भजन-गिरी गेलां ज्ञान बिन / धीरज पंडित
- बुजुर्ग / धीरज पंडित
- हे शिक्षक / धीरज पंडित
- गीत-शृंगारिका / धीरज पंडित
- कुंडलियाँ / धीरज पंडित
- गीत-बिकी गेलै कुर्सी के खातिर / धीरज पंडित
- अंगिका गजल-तोरा देखी केॅ / धीरज पंडित
- गजल-सूंघी लेॅ खुशबू / धीरज पंडित
- चम-चम चमकै भारत मैया / धीरज पंडित
- चंदन छै अंग देश के माटी / धीरज पंडित
- बसंत गीत-सखि हे ऋतु बसंत के गीत / धीरज पंडित
- गीत-कि सोचै छै आज जनाना / धीरज पंडित
- होरी गीत-होरी खेले कुंवर नंद लाल / धीरज पंडित