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अज़ीज़ आज़ाद
Kavita Kosh से
अज़ीज़ आज़ाद
जन्म | 21 मार्च 1944 |
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निधन | 20 सितम्बर 2006 |
उपनाम | अज़ीज़ |
जन्म स्थान | बीकानेर, राजस्थान, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
ग़ज़लों का एलबम ‘आज़ाद परिन्दा’। | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
अज़ीज़ आज़ाद / परिचय |
- चलो ये तो सलीका है बुरे को मत बुरा कहिए / अज़ीज़ आज़ाद
- चार दिनों की उम्र मिली है और फ़ासले जन्मों के / अज़ीज़ आज़ाद
- अजब जलवे दिखाए जा रहे हैं / अज़ीज़ आज़ाद
- तेरे बदन की ख़ुशबू आई / अज़ीज़ आज़ाद
- अब मेरा दिल कोई मजहब न मसीहा मांगे / अज़ीज़ आज़ाद
- किसलिए वो याद फिर आने लगी / अज़ीज़ आज़ाद
- तेरे बदन की ख़ुशबू आई / अज़ीज़ आज़ाद
- तुम ज़रा प्यार की राहों से गुज़र कर देखो / अज़ीज़ आज़ाद
- मैं तो बस ख़ाके-वतन हूँ गुलो-गौहर तो नहीं / अज़ीज़ आज़ाद
- मुश्किल चाहे लाख हो लेकिन इक दिन तो हल होती है / अज़ीज़ आज़ाद
- नफ़रत की आग जब भी कहीं से गुज़र गई / अज़ीज़ आज़ाद
- वो नदी-सी सदा छलछलाती रही / अज़ीज़ आज़ाद
- मयस्सर हमें कोई ऐसा जहाँ हो / अज़ीज़ आज़ाद
- लोग सौ रंग बदलते हैं लुभाने के लिए / अज़ीज़ आज़ाद
- यहाँ से दर्द का ख़ामोश समन्दर ले जा / अज़ीज़ आज़ाद
- इस दौर में किसी को किसी की ख़बर नहीं / अज़ीज़ आज़ाद
- मेरे वजूद का रिश्ता ही आसमान से है / अज़ीज़ आज़ाद
- उम्र बस नींद-सी पलकों में दबी जाती है / अज़ीज़ आज़ाद
- जो दुनिया पे छाए-छाए फिरते हैं / अज़ीज़ आज़ाद
- अब गए वक़्त क़े हर ग़म को भुलाया जाए / अज़ीज़ आज़ाद
- मैं इन्साँ हूँ मगर शैतान से पंजा लड़ाता हूँ / अज़ीज़ आज़ाद
- कुछ इस तरह से साथ मेरे हमसफ़र चले / अज़ीज़ आज़ाद
- अपनी नज़र से कोई मुझे जगमगा गया / अज़ीज़ आज़ाद
- वो मुहब्बत गई वो फ़साने गए / अज़ीज़ आज़ाद
- ज़मीं है हमारी न ये आसमाँ है / अज़ीज़ आज़ाद
- धूप का टुकड़ा उतरा सूने आँगन में / अज़ीज़ आज़ाद
- मिले हम इस तरह कुछ ज़िन्दगी से / अज़ीज़ आज़ाद
- पुराने पेड़ भी कितने घने हैं / अज़ीज़ आज़ाद
- जिस्म में जाँ की तरह मैंने बसाया तुमको / अज़ीज़ आज़ाद
- लब तरसने लगे हैं हँसी के लिए / अज़ीज़ आज़ाद
- जब मेरा हर ज़ख़्म गहरा हो गया / अज़ीज़ आज़ाद
- इश्क़ से जब रूह का रिश्ता जुदा हो जाएगा / अज़ीज़ आज़ाद
- नाख़ुदा बन के लोग आते हैं / अज़ीज़ आज़ाद
- चलो ये तो सलीक़ा है बुरे को मत बुरा कहिए / अज़ीज़ आज़ाद
- दिल का दर्द ज़बाँ पे लाना मुश्किल है / अज़ीज़ आज़ाद
- हम क्या मिले के फ़ासले बढ़ते चले गए / अज़ीज़ आज़ाद
- वहशी नहीं हूँ मैं न कोई बदहवास हूँ / अज़ीज़ आज़ाद
- ग़म का नामोनिशाँ नहीं होता / अज़ीज़ आज़ाद
- मुझे कैसी नज़र से देखता है / अज़ीज़ आज़ाद
- ज़िन्दगी धूप की बारिशों का सफ़र / अज़ीज़ आज़ाद
- सावन को ज़रा खुल के बरसने की दुआ दो / अज़ीज़ आज़ाद