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"आलम खुर्शीद" के अवतरणों में अंतर

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|जन्मस्थान= आरा, बिहार  
 
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|कृतियाँ= नये मौसम की तलाश (1988), ज़हरे गुल (1998), ख्यालाबाद (2003), एक दरिया ख़्वाब में (2005), कारे ज़ियाँ (2008)     
 
|कृतियाँ= नये मौसम की तलाश (1988), ज़हरे गुल (1998), ख्यालाबाद (2003), एक दरिया ख़्वाब में (2005), कारे ज़ियाँ (2008)     
|विविध=जोश मलीहाबादी अवार्ड (1999), बिहार उर्दू अकादेमी अवार्ड ( दो बार 1995 और 1998 में)  
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|जीवनी=[[आलम खुर्शीद / परिचय]]
 
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* [[हर घर में कोई तहख़ाना होता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[अपने घर में ख़ुद ही आग लगा लेते हैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[उम्र सफर में गुजरी लेकिन शौके-सियाह्त बाकी है  / आलम खुर्शीद]]
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* [[एक अजब सी दुनिया देखा करता था / आलम खुर्शीद]]
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* [[क़ुर्बतो के बीच जैसे फ़ासला रहने लगे / आलम खुर्शीद]]
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* [[कोई मौक़ा नहीं मिलता हमें अब मुस्कुराने का / आलम खुर्शीद]]
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* [[क्या अँधेरों से वही हाथ मिलाए हुए हैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[क्यों आँखें बंद कर के रस्ते में चल रहा हूँ  / आलम खुर्शीद]]
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* [[ख़बर सच्ची  नहीं लगती नए मौसम के आने की / आलम खुर्शीद]]
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* [[चारों तरफ जमीं को शादाब देखता हूँ  / आलम खुर्शीद]]
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* [[जब मिटटी खून से गीली हो जाती है / आलम खुर्शीद]]
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* [[जिस कि दूरी वज्हे-ग़म हो जाती है / आलम खुर्शीद]]
 
* [[तोड़ के इसको बरसों रोना होता है / आलम खुर्शीद]]
 
* [[तोड़ के इसको बरसों रोना होता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[तोड़ के इसको वर्षो रोना होता है / आलम खुर्शीद]]
 
* [[थपक-थपक के जिन्हें हम सुलाते रहते हैं / आलम खुर्शीद]]
 
* [[थपक-थपक के जिन्हें हम सुलाते रहते हैं / आलम खुर्शीद]]
* [[हमेशा दिल में रहता है कभी गोया नहीं जाता / आलम खुर्शीद]]
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* [[दरवाज़े  पर दस्तक देते डर लगता है / आलम खुर्शीद]]
* [[क़ुर्बतो के बीच जैसे फ़ासला रहने लगे / आलम खुर्शीद]]
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* [[दरियाओं पर अब्र बरसते रहते हैं / आलम खुर्शीद]]
* [[एक अजब सी दुनिया देखा करता था / आलम खुर्शीद]]
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* [[देख रहा है दरिया भी हैरानी से / आलम खुर्शीद]]
 
* [[नींद पलकों प धरी रहती थी / आलम खुर्शीद]]
 
* [[नींद पलकों प धरी रहती थी / आलम खुर्शीद]]
 
* [[बह रहा  था एक दरिया ख़्वाब में / आलम खुर्शीद]]
 
* [[बह रहा  था एक दरिया ख़्वाब में / आलम खुर्शीद]]
* [[जिस कि दूरी वज्हे-ग़म हो जाती है / आलम खुर्शीद]]
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* [[बीच भँवर में पहले उतारा जाता है / आलम खुर्शीद]]
* [[देख रहा है दरिया भी हैरानी से / आलम खुर्शीद]]
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* [[मिल के रहने की ज़रुरत ही भुला दी गई क्या / आलम खुर्शीद]]
* [[हाथ पकड़ ले अब भी तेरा हो सकता हँ मैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[याद आता हूँ तुम्हें सूरज निकल जाने के बाद  / आलम खुर्शीद]]
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* [[ये सोचा नहीं है किधर जाएँगे / आलम खुर्शीद]]
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* [[रंग बिरंगे सपने रोज़ दिखा जाता है क्यों  / आलम खुर्शीद]]
 
* [[रंग-बिरंगे ख़्वाबों के असबाब कहाँ रखते हैं हम / आलम खुर्शीद]]
 
* [[रंग-बिरंगे ख़्वाबों के असबाब कहाँ रखते हैं हम / आलम खुर्शीद]]
* [[क्या अन्धेरों से वही हाथ मिलाए हुए हैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[रेंग रहे हैं साये अब वीराने में / आलम खुर्शीद]]
* [[कोई मौक़ा नहीं मिलता हमें अब मुस्कुराने का / आलम खुर्शीद]]
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* [[लुत्फ़ हम को आता है अब फ़रेब खाने में  / आलम खुर्शीद]]
* [[ख़बर सच्ची  नहीं लगती नए मौसम के आने की / आलम खुर्शीद]]
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* [[हथेली की लकीरों में इशारा और है कोई  / आलम खुर्शीद]]
 
* [[हम को गुमाँ था परियों जैसी शहजादी होगी / आलम खुर्शीद]]
 
* [[हम को गुमाँ था परियों जैसी शहजादी होगी / आलम खुर्शीद]]
 
* [[हमारे सर प ही वक़्त की तलवार गिरती है / आलम खुर्शीद]]
 
* [[हमारे सर प ही वक़्त की तलवार गिरती है / आलम खुर्शीद]]
* [[दरवाज़े  पर दस्तक देते डर लगता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[हमेशा दिल में रहता है कभी गोया नहीं जाता / आलम खुर्शीद]]
* [[अपने घर में ख़ुद ही आग लगा लेते हैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[हर इक दीवार में अब दर बनाना चाहता हूँ  / आलम खुर्शीद]]
* [[जब मिटटी खून से गीली हो जाती है / आलम खुर्शीद]]
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* [[हर घर में कोई तहख़ाना होता है / आलम खुर्शीद]]
* [[मिल के रहने की ज़रुरत ही भुला दी गई क्या / आलम खुर्शीद]]
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* [[हाथ पकड़ ले अब भी तेरा हो सकता हँ मैं / आलम खुर्शीद]]
* [[रेंग रहे हैं साये अब वीराने में / आलम खुर्शीद]]
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* [[सियाहियों को निगलता हुआ नज़र आया / आलम खुर्शीद]]
* [[दरियाओं पर अब्र बरसते रहते हैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[हर किसी को यहाँ मेहमाँ नहीं करते प्यारे / आलम खुर्शीद]]
* [[बीच भँवर में पहले उतारा जाता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[मैं जिधर जाऊं मेरा ख़्वाब नज़र आता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[तह-ब-तह है राज़ कोई आब की तहवील में / आलम खुर्शीद]]
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* [[जाना तो बहुत दूर है महताब के आगे / आलम खुर्शीद]]
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* [[जल बुझा हूँ मैं मगर सारा जहाँ ताक में है / आलम खुर्शीद]]
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* [[जमा हुआ है फ़लक पे कितना ग़ुबार मेरा / आलम खुर्शीद]]
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* [[किसी ख़्याल को ज़ंजीर कर रहा हूँ मैं / आलम खुर्शीद]]
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* [[ज़रा सी धूप ज़रा सी नमी के आने से / आलम खुर्शीद]]
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* [[किस लम्हे हम तेरा ध्यान नहीं करते / आलम खुर्शीद]]
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* [[कभी कभी कितना नुकसान उठाना पड़ता है / आलम खुर्शीद]]
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* [[उठाए संग खड़े हैं सभी समर के लिए / आलम खुर्शीद]]
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* [[जब खुली आँखें तो इन आँखों को रोना आ गया / आलम खुर्शीद]]

00:04, 14 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण

आलम खुर्शीद
आलम खुर्शीद.jpg
जन्म 11 जुलाई 1959
निधन
उपनाम
जन्म स्थान आरा, बिहार
कुछ प्रमुख कृतियाँ
नये मौसम की तलाश (1988), ज़हरे गुल (1998), ख्यालाबाद (2003), एक दरिया ख़्वाब में (2005), कारे ज़ियाँ (2008)
विविध
जोश मलीहाबादी अवार्ड (1999), बिहार उर्दू अकादेमी अवार्ड ( दो बार 1995 और 1998 में)
जीवन परिचय
आलम खुर्शीद / परिचय
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ग़ज़लें