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रवीन्द्र कुमार दास
www.kavitakosh.org/ravindradas
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जन्म | 07 अक्तूबर 1968 |
---|---|
उपनाम | रवीन्द्र दास |
जन्म स्थान | ग्राम इजोत, जिला मधुबनी, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
कालिदास विरचित मेघदूत का काव्यानुवाद। | |
जीवन परिचय | |
रवीन्द्र दास / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/ravindradas |
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- सिंघवा चमार का बेटा / रवीन्द्र दास
- बाल बच्चेदार स्त्री ने गौर से देखा / रवीन्द्र दास
- प्रेम करते हुए लोग / रवीन्द्र दास
- चेहरे में कोई सपना / रवीन्द्र दास
- कभी तो कह दिया होता / रवीन्द्र दास
- तुम्हें लिखूंगा मैं चिट्ठी / रवीन्द्र दास
- सरकार तुम्हारी आँखों में / रवीन्द्र दास
- मुहब्बत की खुमारी / रवीन्द्र दास
- कुछ बात न थी / रवीन्द्र दास
- प्रेम करते हुए लोग / रवीन्द्र दास
- नंगी औरत / रवीन्द्र दास
- सब्र करो / रवीन्द्र दास
- न इच्छा से बड़ा है कोई / रवीन्द्र दास
- शहर का बच्चा / रवीन्द्र दास
- औरत और उसका शरीर / रवीन्द्र दास
- अकेलेपन में / रवीन्द्र दास
- कवि और आदमी / रवीन्द्र दास
- यही है आख़िरी पन्ना / रवीन्द्र दास
- डर / रवीन्द्र दास
- रोज़ बनाता हूँ एक तस्वीर / रवीन्द्र दास
- चिड़िया से कहा लड़की ने / रवीन्द्र दास
- तेरी आवाज़ / रवीन्द्र दास
- आवाज़ दो / रवीन्द्र दास
- छिपा लो मुझे / रवीन्द्र दास
- मैं याद आता हूँ / रवीन्द्र दास
- शहर में तुम नहीं हो / रवीन्द्र दास
- सुनो ओ शकुन्तलाओ! / रवीन्द्र दास
- एक लड़की गुज़रती जा रही / रवीन्द्र दास
- जिजीविषा / रवीन्द्र दास
- मैं विश्वास करना चाहता हूँ / रवीन्द्र दास
- आज भी आया था वह / रवीन्द्र दास
- मनुष्य की परिभाषा / रवीन्द्र दास
- कोलाहल सुन कर / रवीन्द्र दास
- आओ हम तुम खेल खेलें / रवीन्द्र दास
- खेल / रवीन्द्र दास
- खिले हुए फूल / रवीन्द्र दास
- वह फूल नहीं / रवीन्द्र दास
- हँस सकती है स्त्री अकेले में / रवीन्द्र दास
- सुन्दर सजाए मंच पर / रवीन्द्र दास
- एक लड़की साँवली-सी / रवीन्द्र दास
- कविता, ओ कविता ! / रवीन्द्र दास
- माँ! पापा भी मर्द ही हैं न! / रवीन्द्र दास
- आज हुई बरसात / रवीन्द्र दास
- आओ बात करें / रवीन्द्र दास
- वापस जो आ गए हो / रवीन्द्र दास
- कभी तो कह दिया होता / रवीन्द्र दास
- तुम्हें लिखूंगा मैं चिट्ठी / रवीन्द्र दास
- रहती थी यहाँ कुछ कविताएँ / रवीन्द्र दास
- खिड़की मत बंद करो / रवीन्द्र दास
- माँ! मैं झूठ नहीं कहता / रवीन्द्र दास
- उसके हाथ में तीन इक्के थे / रवीन्द्र दास
- स्त्री और कविता / रवीन्द्र दास
- चुप न रहो, कुछ कहो ( व्यथा- गीत ) / रवीन्द्र दास
- सपना तुम्हारी आंखों का / रवीन्द्र दास
- दादी बोली मुन्ने से / रवीन्द्र दास
- काफी नहीं था स्त्री होना / रवीन्द्र दास
- साँसों की रात थी वह / रवीन्द्र दास
- कोई फर्क नहीं पड़ता / रवीन्द्र दास
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