(→ग़ज़लें)  | 
				|||
| (इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 9 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
| पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
|जन्म=05 नवम्बर 1931  | |जन्म=05 नवम्बर 1931  | ||
|जन्मस्थान=शकरगढ़,पंजाब (अब पाकिस्तान में)  | |जन्मस्थान=शकरगढ़,पंजाब (अब पाकिस्तान में)  | ||
| + | |मृत्यु= 13 नवम्बर 2022  | ||
|कृतियाँ=मल्हार, तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त, और शाम ढल गई, याद आऊँगा     | |कृतियाँ=मल्हार, तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त, और शाम ढल गई, याद आऊँगा     | ||
| − | |विविध=पंजाब सरकार के सर्वोच्च सम्मान शिरोमणि साहित्यकार   | + | |विविध=पंजाब सरकार के सर्वोच्च सम्मान [[शिरोमणि साहित्यकार पुरस्कार]]  (2010) से सम्मानित।  | 
|सम्पर्क=  | |सम्पर्क=  | ||
|जीवनी=[[राजेंद्र नाथ रहबर / परिचय]]  | |जीवनी=[[राजेंद्र नाथ रहबर / परिचय]]  | ||
| पंक्ति 16: | पंक्ति 17: | ||
====रचना संग्रह====  | ====रचना संग्रह====  | ||
* '''[[याद आऊँगा / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]'''  | * '''[[याद आऊँगा / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]'''  | ||
| − | * '''तेरे   | + | * '''[[तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त / राजेंद्र नाथ 'रहबर]]''''  | 
* '''जेबे-सुख़न / राजेंद्र नाथ 'रहबर''''  | * '''जेबे-सुख़न / राजेंद्र नाथ 'रहबर''''  | ||
*  '''मल्हार / राजेंद्र नाथ 'रहबर''''  | *  '''मल्हार / राजेंद्र नाथ 'रहबर''''  | ||
| पंक्ति 53: | पंक्ति 54: | ||
* [[ मेरे जितने क़हक़हे थे आंसुओं तक आ गए / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | * [[ मेरे जितने क़हक़हे थे आंसुओं तक आ गए / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
* [[ तुम्हारा हुस्न महकते गुलाब जैसा है / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | * [[ तुम्हारा हुस्न महकते गुलाब जैसा है / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | * [[छब्बीस जनवरी है बड़ा दिन महान है / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
====नज़्में====  | ====नज़्में====  | ||
* [[तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त / राजेंद्र नाथ रहबर]]  | * [[तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त / राजेंद्र नाथ रहबर]]  | ||
* [[फर्क है तुझमें, मुझमें बस इतना  / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | * [[फर्क है तुझमें, मुझमें बस इतना  / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | *[[ फ़ज़ा में दर्द-आगीं गीत लहराए तो आ जाना / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | *[[ रात के सुरमई अँधेरों में / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | *[[ दिल-ए-मजबूर तू मुझ को किसी ऐसी जगह ले चल / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | |||
| + | ====क़तआत====  | ||
| + | * [[भभूति मल के आऊंगा गली में / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | * [[मारिफ़त की शराब है शिमला / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | * [[पत्ती पत्ती ने एहतराम किया / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | * [[ बढ़ गया इज्त़िराब ले आओ / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
| + | * [[लिख तो दूं बर्फ पर तुम्हारा नाम / राजेंद्र नाथ 'रहबर']]  | ||
10:19, 17 नवम्बर 2022 के समय का अवतरण
राजेंद्र नाथ 'रहबर'

| जन्म | 05 नवम्बर 1931 | 
|---|---|
| निधन | 13 नवम्बर 2022 | 
| उपनाम | रहबर | 
| जन्म स्थान | शकरगढ़,पंजाब (अब पाकिस्तान में) | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| मल्हार, तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त, और शाम ढल गई, याद आऊँगा | |
| विविध | |
| पंजाब सरकार के सर्वोच्च सम्मान शिरोमणि साहित्यकार पुरस्कार (2010) से सम्मानित। | |
| जीवन परिचय | |
| राजेंद्र नाथ रहबर / परिचय | |
रचना संग्रह
- याद आऊँगा / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - जेबे-सुख़न / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - मल्हार / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - कलस / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - और शाम ढल गई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 
ग़ज़लें
- तुम जन्नते कश्मीर हो तुम ताज महल हो / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - दिल को जहान भर के मुहब्बत में गम़ मिले / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - फेर कर मुंह आप मेरे सामने से क्या गये / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - दिल ने जिसे चाहा हो क्या उस से गिला रखना / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - जो शख्स़ भी तहज़ीबे-कुहन छोड़ रहा है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - भला ऐसी भी आख़िर बेरुख़ी क्या / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - तय करें मिल के हम तुम ब`हम रास्ता / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - ईद का चांद हो गया है कोई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - करते रहेंगे हम भी ख़ताएं नई नई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - सफ़र को छोड़ कश्ती से उतर जा / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - क्या क्या सवाल मेरी नज़र पूछती रही / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - यही है जग की रीत पपीहे / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - मर्क़जे-हर निगाह बन जाओ / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - क्या करे एतिबार अब कोई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - किसी तन्हा जज़ीरे पर उतर जा / राजेंद्र नाथ रहबर
 - शाम कठिन है रात कड़ी है / राजेंद्र नाथ रहबर
 - किस ने दिल के मिज़ाज को जाना / राजेंद्र नाथ रहबर
 - कल तक था नाम जिनका बदनाम बस्तियों में / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - मेरे ख़याल-सा है, मेरे ख़्वाब जैसा है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - आईना सामने रक्खोगे तो याद आऊँगा / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - देखें वो कब शाद करे है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - नतीजा कुछ न निकला उनको हाल-दिल सुनाने का / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - तू कृष्ण ही ठहरा तो सुदामा का भी कुछ कर / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - दुनिया को हमने गीत सुनाये हैं प्यार के / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - फेंका था जिस दरख़्त को कल हमने काट के / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - जिस्मो-जां घायल, परे-परवाज़ हैं टूटे हुए / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - क्या उनसे आज अपनी मुलाक़ात हो गई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - किसको ऐ दिल याद करे है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - मेरे जितने क़हक़हे थे आंसुओं तक आ गए / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - तुम्हारा हुस्न महकते गुलाब जैसा है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - छब्बीस जनवरी है बड़ा दिन महान है / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 
नज़्में
- तेरे ख़ुश्बू में बसे ख़त / राजेंद्र नाथ रहबर
 - फर्क है तुझमें, मुझमें बस इतना / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - फ़ज़ा में दर्द-आगीं गीत लहराए तो आ जाना / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - रात के सुरमई अँधेरों में / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
 - दिल-ए-मजबूर तू मुझ को किसी ऐसी जगह ले चल / राजेंद्र नाथ 'रहबर'