भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जय छांछा
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:50, 8 अगस्त 2010 का अवतरण
जय छांछा
जन्म: 15 अप्रैल 1951
निधन: --
उपनाम
जय राई छाँछा
जन्म स्थान
बस्तिम-8, भोजपुर, कोसी, नेपाल
कुछ प्रमुख कृतियाँ
पोटोमास के किनारे, छांछा की प्रेम कविताएँ आदि चार कविता-संग्रह ।
विविध
यात्रा-संस्मरण भी लिखते हैं । अमर सिंह कविता पुरस्कार, नेपाल (1995), सागर साहित्य सम्मान (1997)
जीवन परिचय
अभी इस पन्ने के लिये छोटा पता नहीं बना है। यदि आप इस पन्ने के लिये ऐसा पता चाहते हैं तो kavitakosh AT gmail DOT com पर सम्पर्क करें।
अर्जुन निराला द्वारा अनूदित
- तुम्हारी तस्वीर / जय छांछा
- मस्तिष्क में निठारी / जय राई छांछा
- प्रेम का आकार / जय राई छांछा
- शहर-1 / जय राई छांछा
- शहर-2 / जय राई छांछा
- शहर-3 / जय राई छांछा
- शहर-4 / जय राई छांछा
- इंडिया गेट / जय छांछा
- जंतर-मंतर / जय छांछा
- हरियाणा का गुडगाँव / जय छांछा
- दिल्ली की बस यात्रा / जय छांछा
- कैनवास में पालिका पार्क / जय छांछा
- हरिद्वार में गंगा किनारे / जय छांछा
- जयपुर / जय छांछा
- चुपके से मर जायेगा जय छाङ्छा / जय छांछा
- नयां दिल्ली रेलवे स्टेशन / जय छांछा
- शंकर मार्किट के सूचिकार / जय छांछा
- क्नॉट प्लेस में तुम और मैं / जय छांछा
- पहाड़गंज का प्रतिबिंब / जय छांछा
- जय गाँव जाने वाला रास्ता / जय छांछा
- गंगटोक की एक सुबह / जय छांछा
- सिलिगुड़ी / जय छांछा
- तुम्हारा नाम / जय छांछा
- हाँ ! सच प्रिये / जय छांछा
- सच ! क्या हो गया है मुझे / जय छांछा
- तुम और मैं / जय छांछा
- मौन वाणी / जय छांछा
- धन्यवाद / जय छांछा
- चिटिकनी और अंतरताप / जय छांछा
- हार-जीत / जय छांछा
- ऐसा लग रहा है मुझे / जय छांछा
- आँधी / जय छांछा
- मंदिर और प्रेम / जय छांछा
- बूढ़ी अँगुली / जय छांछा
- यहाँ और वहाँ / जय छांछा
- ध्वनि और कान / जय छांछा
- आइने की सतह / जय छांछा
- वे बातें / जय छांछा