ढलान पर आदमी
रचनाकार | तुलसी रमण |
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प्रकाशक | वाग्देवी प्रकाशन
सुगन निवास, चन्दन सागर , बीकानेर-334001 |
वर्ष | 1991 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 96 |
ISBN | |
विविध | हिमाचल साहित्य अकादमी का कविता पुरस्कार-1992 |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
सम्राट की मुस्कान
- आसमान / तुलसी रमण
- हम बरसेंगे / तुलसी रमण
- सिंहासन के नीचे / तुलसी रमण
- झंडे / तुलसी रमण
- सम्राट का देशाटन / तुलसी रमण
- उनका आना / तुलसी रमण
बर्फ के शहर में
- शिमला / तुलसी रमण
- लावारिस बूढ़ियाँ / तुलसी रमण
- बर्फ़ के फाहों की तरह / तुलसी रमण
- माल रोड़ पर एक पीढ़ी / तुलसी रमण
- इतिहास / तुलसी रमण
- चेहरे / तुलसी रमण
- कहने को / तुलसी रमण
देवदार की गँध में औरतें
- औरतें: एक / तुलसी रमण
- औरतें: दो / तुलसी रमण
- औरतें: तीन / तुलसी रमण
- औरतें: चार / तुलसी रमण
- औरतें: पाँच / तुलसी रमण
- औरतें: छ / तुलसी रमण
- औरतें: सात / तुलसी रमण
- संसार जिसमें औरतें नहीं थीं / तुलसी रमण
- धूप में बूढ़ियाँ / तुलसी रमण
- आग और दादियाँ / तुलसी रमण
- देवताओं और पशुओं के बीच / तुलसी रमण
एक हंस सपना
- राग / तुलसी रमण
- सपना / तुलसी रमण
- हम भीग रहे हैं / तुलसी रमण
- काल के जल में / तुलसी रमण
- पण्डोह / तुलसी रमण
- सलापड़ / तुलसी रमण
- लहौल-पुराण / तुलसी रमण
- शरद का आकाश / तुलसी रमण
- अनंत दीप / तुलसी रमण
- समाधि-एक/ तुलसी रमण
- समाधि-दो / तुलसी रमण
- समाधि-तीन / तुलसी रमण
- उत्सव / तुलसी रमण
हुलस नहाई धूप
- सम्बोधन-एक / तुलसी रमण
- सम्बोधन-दो / तुलसी रमण
- सम्बोधन-तीन / तुलसी रमण
- सम्बोधन-चार / तुलसी रमण
- प्यार में:एक / तुलसी रमण
- प्यार में दो / तुलसी रमण
- प्यार में तीन / तुलसी रमण
- बोध / तुलसी रमण
- आग / तुलसी रमण
- रमा के लिये / तुलसी रमण
- सपना का प्यार / तुलसी रमण
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