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अंगिका सोहर गीत (द्वितीय खण्ड)
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					- बिनती से बोलली गौरा देई, सुनऽ हे महादेव हे / अंगिका लोकगीत
 - अहे हँकरहो नगर के बाभन, दिबस हे गुनाय देहो हे / अंगिका लोकगीत
 - करि असलान राजा दसरथ, बदन निरेखल रे / अंगिका लोकगीत
 - खाट सुतल राजा दसरथ, पटिया कोसिला रानी रे / अंगिका लोकगीत
 - चेरिया गे हम जैबो केदली के बनमाँ, जहाँ रे मिले औखद हे / अंगिका लोकगीत
 - मचिया बैठलि मातु कोसिला, बालक मुँह निरखल हो / अंगिका लोकगीत
 - सभबे बैठल राजा दसरथ, मचिये कोसिला रानी हे / अंगिका लोकगीत
 - सिहासन बैठल तोहे राजा दसरथ, मचिया कोसिला रानी हे / अंगिका लोकगीत
 - मचिया बैठल राजा दसरथ, रानी सब अरज करे रे / अंगिका लोकगीत
 - सुतली जे छेलिऐ महल मँये, राजा क ओलतिआ लागल हे / अंगिका लोकगीत
 - सुन्नर नगर अवधपुर, औरो अवधपुर रे / अंगिका लोकगीत
 - घर से बाहर भेली सुन्नर, लट छिटकाबैत हे / अंगिका लोकगीत
 - पहिल परन सिया ठानल, सेहो, बिधि पूरा कैलन हे / अंगिका लोकगीत
 - छोटी मोटी चिहुलिया, अरे पाता झपरी गेल हे / अंगिका लोकगीत
 - सीता जे रहल गरभ सै, राम बन भेजि देलत हे / अंगिका लोकगीत
 - आठ महीना सीता बीति गेलै, आठो अँग भारी भेलै हे / अंगिका लोकगीत
 - कथि करा घैलिया, कथि के गेडुलिया, कथि के कलसवा डोरी हे / अंगिका लोकगीत
 - पहिला सपना देखली देबकी, राति पहिले पहर हे / अंगिका लोकगीत
 - मथुरा मे बेदना बियाकुल, देबकी रानी रे / अंगिका लोकगीत
 - देखि जसोदा के चेरिया, बिलोकु पूछे रे / अंगिका लोकगीत
 - बीति गेलै सावन आबि गेलै भादो, चारो दिस कादो रे / अंगिका लोकगीत
 - भादो अन्हरिया तीथ अठमी, जनम लेल जदुबर हे / अंगिका लोकगीत
 - देबकी चलली नहाबै ल, सासु परेखल रे / अंगिका लोकगीत
 - कहमाँ से ऐला पाँचो पाडव, औरो दुरजोधन रे / अंगिका लोकगीत
 - आहे बसिया बजाबै बिरदाबन, मोरी ननदियो के आँगन हे / अंगिका लोकगीत
 - भेल परात पुतहू उठल, चौकठवा धैले ठाढ़ भेल हे / अंगिका लोकगीत
 
	
	