भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
समय से भिड़ने के लिये / सरोज परमार
Kavita Kosh से
द्विजेन्द्र द्विज (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:15, 29 जनवरी 2009 का अवतरण
समय से भिड़ने के लिए
रचनाकार | सरोज परमार |
---|---|
प्रकाशक | नीरज बुक सेंटर,दिल्ली-1100092 |
वर्ष | 2004 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- माचिस की डिबिया / सरोज परमार
- बाज़ारवाद / सरोज परमार
- लड़की बाज़ार में / सरोज परमार
- बच्चे / सरोज परमार
- शुभ-लाभ / सरोज परमार
- दंगों में सृजन / सरोज परमार
- इस हजूम में / सरोज परमार
- टूटे पंखों वाली चिड़िया / सरोज परमार
- अमर्त्य सेन / सरोज परमार
- उसका दु:ख / सरोज परमार
- माँ / सरोज परमार
- मेरा घर / सरोज परमार
- समय से भिड़ने के लिए / सरोज परमार
- पेड़ / सरोज परमार
- गुलाब की पंखुरियाँ / सरोज परमार
- इस ख़ौफ़नाक दौर में / सरोज परमार
- पंख / सरोज परमार
- आसमान तलाशना छोड़ परिन्दे / सरोज परमार
- सिलसिला / सरोज परमार
- सन्नाटा / सरोज परमार
- नींद में ख़लल / सरोज परमार
- पहाड़ो ! प्रतिरोध करो / सरोज परमार
- नदी गुम हो चली है / सरोज परमार
- पहाड़ / सरोज परमार
- असमंजस का अंत / सरोज परमार
- माँ-बेटी / सरोज परमार
- बुद्ध / सरोज परमार
- गर हालात ने चूस न लिया होता / सरोज परमार
- परखना तो ज़रा / सरोज परमार
- मैं-तुम / सरोज परमार
- गुज़ारिश है इतनी / सरोज परमार
- लड़का लेखक हो गया / सरोज परमार
- मुझ में-तुझ में / सरोज परमार
- जीने की जंग जारी रख / सरोज परमार
- स्वेटर / सरोज परमार
- धूप में बैठी औरत / सरोज परमार
- सपने / सरोज परमार
- अंजाम से डरने वाले / सरोज परमार
- सोचो... वो क्षण / सरोज परमार
- तुमने पिन्हाई / सरोज परमार
- हाय रे... / सरोज परमार
- कविता / सरोज परमार
- सूरज थकने के संग-१ / सरोज परमार
- सूरज थकने के संग-२ / सरोज परमार
- हँसी / सरोज परमार
- तुम्हारे आने की ख़बर / सरोज परमार
- गड्डा / सरोज परमार
- पीपल / सरोज परमार
- मुश्किल और आसान / सरोज परमार
- अंजार में भूकम्प / सरोज परमार
- चाय बागानों में / सरोज परमार
- यहाँ संवेदना का अर्थ अभिनय है / सरोज परमार
- चेतना / सरोज परमार
- विडम्बना / सरोज परमार
- मनमानी / सरोज परमार