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- 12:34, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,539) . . इतना भी कम मत आँको वो नन्ही सी चिन्गारी है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:33, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,319) . . क़ातिलों के नगर में ज़िंदा हूँ / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:32, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,155) . . जो मज़ा ईमानदारी में कहाँ वो और है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:32, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,165) . . मुर्दों की यह बस्ती इसमें बसना क्या / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:29, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+779) . . गाँव भी अब हो चुका सयाना है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:29, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,253) . . बड़ा शोर है कुछ सुनाई न देता / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:28, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,152) . . डाकुओं से अधिक लीडरों से है डर / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:27, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,251) . . इतना बड़ा क़द आपका तो डर तो लगेगा / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:27, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,102) . . गर सलामत नहीं है ये पर्यावरण / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:26, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,110) . . ढो रही सारे शहर की गंदगी मैं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:17, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,194) . . ऐसी चली विकास की आंधी न पूछिए / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:16, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,505) . . नहीं चलता हो अपना वश तो मुँह खोला नहीं जाता / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:15, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+125) . . रक्त का संचार है पर्यावरण / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:14, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+38) . . रक्त का संचार है पर्यावरण / डी. एम. मिश्र
- 12:14, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,195) . . बचपन में छुट्टी के दिन इस तरह बिताता था / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:12, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,056) . . गाँव से कब दूर जा पाता हूँ मैं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:12, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,316) . . मेरी तलाश है वो रास्ता मिले मुझको / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:11, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,235) . . मैं हिन्दू था ग़ज़ल ने मुझको इंसां बना दिया / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:11, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,117) . . वो हसीं है बहुत सोचिए ही नहीं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:10, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,576) . . मेरा राजा बड़ा ज़िद्दी मेरी सुनता नहीं कुछ भी / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:09, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,311) . . कैसे पहचानें कौन शख़्स जेबकतरा है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 12:09, 4 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,490) . . छोटी ही सही लेकिन अच्छी सी ज़िन्दगी हो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:14, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,097) . . ग़ज़ल, ग़ज़ल है न उर्दू है ये न हिंदी है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:11, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,172) . . हमने समझा आप ही सबसे बड़े हैं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:11, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,467) . . दुख उसे इस बात का है ढह गयी दीवार / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:01, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,008) . . सब सहन करता है अच्छा आदमी / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:00, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,203) . . इंसाफ़ हो सही कि ग़लत पूछते नहीं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 19:00, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,151) . . मुझे छोड़कर के गये हो अधर में / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:59, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,250) . . खेत को और कोई जोतने वाला होगा / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:59, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,089) . . और कितना जलें रोशनी के लिए / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:59, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,095) . . परचम उठा लो हाथ में अब इन्क़लाब का / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:49, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,054) . . अपने ही घर में कोई मुझे जानता नहीं / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:49, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,242) . . हमको मालूम है वो क्या यहाँ करने आये / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:49, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,257) . . कहने को औरत आधी आबादी है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:48, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,123) . . तेज़ आँधी भी नहीं वो झेल पाते / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:48, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,132) . . आजकल दिल में अचानक से दर्द होता है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:47, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+73) . . गुनाहों से पर्दा कभी तो उठेगा / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:46, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,242) . . न भीड़ से बाहर निकल कर आइए / डी. एम. मिश्र ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=डी. एम. मिश्र |संग्रह=सच कहना यूँ अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) (मौजूदा)
- 18:45, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . सच कहना यूँ अंगारों पर चलना होता है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:42, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+983) . . गुनाहों से पर्दा कभी तो उठेगा / डी. एम. मिश्र
- 18:41, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,127) . . बंद कर देना बहुत आसान है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:41, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,213) . . औरत को खिलौना मत समझो, छू ले तो तेज़ कटारी है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:40, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,129) . . अपना तेवर सँभाल कर रक्खो / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:20, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (-246) . . हाल अच्छा बुरा सब भुला दीजिये / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:19, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,337) . . बेदाग़ है वो क़ातिल इंसाफ़ की नज़र में / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:19, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,337) . . हाल अच्छा बुरा सब भुला दीजिये / डी. एम. मिश्र
- 18:18, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,040) . . कट रही है ज़िन्दगी फुटपाथ पर / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:17, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,212) . . ज़माने से औरत सतायी हुई है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:17, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,046) . . कौन इस संसार में बेदाग़ है / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
- 18:15, 3 मई 2025 (अंतर | इतिहास) . . (+1,275) . . स्वयं की थाल व्यंजनों से सजाया उसने / डी. एम. मिश्र (मौजूदा)
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