भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अंगिका सोहर गीत (द्वितीय खण्ड)" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKCatAngikaRachna}} * बिनती से बोलली गौरा देई, सुनऽ हे महादेव हे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:22, 26 जुलाई 2016 के समय का अवतरण
- बिनती से बोलली गौरा देई, सुनऽ हे महादेव हे / अंगिका लोकगीत
- अहे हँकरहो नगर के बाभन, दिबस हे गुनाय देहो हे / अंगिका लोकगीत
- करि असलान राजा दसरथ, बदन निरेखल रे / अंगिका लोकगीत
- खाट सुतल राजा दसरथ, पटिया कोसिला रानी रे / अंगिका लोकगीत
- चेरिया गे हम जैबो केदली के बनमाँ, जहाँ रे मिले औखद हे / अंगिका लोकगीत
- मचिया बैठलि मातु कोसिला, बालक मुँह निरखल हो / अंगिका लोकगीत
- सभबे बैठल राजा दसरथ, मचिये कोसिला रानी हे / अंगिका लोकगीत
- सिहासन बैठल तोहे राजा दसरथ, मचिया कोसिला रानी हे / अंगिका लोकगीत
- मचिया बैठल राजा दसरथ, रानी सब अरज करे रे / अंगिका लोकगीत
- सुतली जे छेलिऐ महल मँये, राजा क ओलतिआ लागल हे / अंगिका लोकगीत
- सुन्नर नगर अवधपुर, औरो अवधपुर रे / अंगिका लोकगीत
- घर से बाहर भेली सुन्नर, लट छिटकाबैत हे / अंगिका लोकगीत
- पहिल परन सिया ठानल, सेहो, बिधि पूरा कैलन हे / अंगिका लोकगीत
- छोटी मोटी चिहुलिया, अरे पाता झपरी गेल हे / अंगिका लोकगीत
- सीता जे रहल गरभ सै, राम बन भेजि देलत हे / अंगिका लोकगीत
- आठ महीना सीता बीति गेलै, आठो अँग भारी भेलै हे / अंगिका लोकगीत
- कथि करा घैलिया, कथि के गेडुलिया, कथि के कलसवा डोरी हे / अंगिका लोकगीत
- पहिला सपना देखली देबकी, राति पहिले पहर हे / अंगिका लोकगीत
- मथुरा मे बेदना बियाकुल, देबकी रानी रे / अंगिका लोकगीत
- देखि जसोदा के चेरिया, बिलोकु पूछे रे / अंगिका लोकगीत
- बीति गेलै सावन आबि गेलै भादो, चारो दिस कादो रे / अंगिका लोकगीत
- भादो अन्हरिया तीथ अठमी, जनम लेल जदुबर हे / अंगिका लोकगीत
- देबकी चलली नहाबै ल, सासु परेखल रे / अंगिका लोकगीत
- कहमाँ से ऐला पाँचो पाडव, औरो दुरजोधन रे / अंगिका लोकगीत
- आहे बसिया बजाबै बिरदाबन, मोरी ननदियो के आँगन हे / अंगिका लोकगीत
- भेल परात पुतहू उठल, चौकठवा धैले ठाढ़ भेल हे / अंगिका लोकगीत