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शुचि 'भवि'
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शुचि 'भवि'
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जन्म | 24 नवम्बर 1971 |
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जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
शुचि 'भवि' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- ये सफ़र ज़ीस्त का आसान बनाने वाला / शुचि 'भवि'
- लिया है आपने क्यों बेसबब बिन काम का पैसा / शुचि 'भवि'
- चाहतें होती नहीं है बस दिखाने के लिये /शुचि 'भवि'
- अस्ल में सारी हवाएँ आँधियाँ होती नहीं / शुचि 'भवि'
- कहाँ आसमाँ के सितारों ने लूटा / शुचि 'भवि'
- ये चारों तरफ आज फैली ख़बर है / शुचि 'भवि'
- सुर्ख़ सुर्ख़ होठों पर आग सी दहकती है / शुचि 'भवि'
- जब कभी उसे हमने प्यार से पुकारा है / शुचि 'भवि'
- दिल में तुमको बसा के देख लिया / शुचि 'भवि'
- ज़माना हमको ख़ुद से भी किसी दिन दूर कर देगा / शुचि 'भवि'
- भला कोई किसी का है कहाँ सारे ज़माने में / शुचि 'भवि'
- भला जो सोचता है सबका, सब उसको रुलाते हैं / शुचि 'भवि'
- ख़ुद से ख़ुद मिलने का ऐ दोस्त ख़याल अच्छा है / शुचि 'भवि'
- बात पूरी न की कुछ बचा रह गया / शुचि 'भवि'
- मेरे ख़्वाबों को जो एहसास का परवाज़ देता है / शुचि 'भवि'
- हम अहले इश्क़ उल्फ़त का समंदर ले के चलते हैं / शुचि 'भवि'
- थोपते हैं ग़ैर पर जो अपनी ज़िम्मेदारियाँ / शुचि 'भवि'
- सर अदब से झुकाओ मिलो प्यार से / शुचि 'भवि'
- धूप में सारा दिन जो जलता है / शुचि 'भवि'
- तू ही कह दे मेरी ख़ता क्या है / शुचि 'भवि'
- मुझसे ऐसा सवाल मत पूछो / शुचि 'भवि'
- कभी उन से यूँ उल्फ़त का सनम इकरार मत करना / शुचि 'भवि'