ज्योति के फूल
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | लाखन सिंह भदौरिया |
---|---|
प्रकाशक | सरल तिवारी |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 44 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- प्रार्थना बना दो / लाखन सिंह भदौरिया
- ओउम् / लाखन सिंह भदौरिया
- कितना बड़ा स्वप्न देखा था? / लाखन सिंह भदौरिया
- ऋषि दयानन्द से / लाखन सिंह भदौरिया
- एक मुक्तक / लाखन सिंह भदौरिया
- स्वामी श्रद्धानन्द के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- तुम जगे ऐसे / लाखन सिंह भदौरिया
- गुरु विरजानन्द / लाखन सिंह भदौरिया
- न ढक पायी, असत की मेघमाला / लाखन सिंह भदौरिया
- अपना दीप जलाओ / लाखन सिंह भदौरिया
- ऋषि का शब्द चित्र / लाखन सिंह भदौरिया
- मैं उसको व्याख्यान कहूँगा / लाखन सिंह भदौरिया
- टूटती सांस को बल मिले / लाखन सिंह भदौरिया
- कर्म में धर्म का ध्यान देते चलो / लाखन सिंह भदौरिया
- एक मुक्तक-बापू के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- सन्त कबीर के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- एक मुक्तक-रंग जी के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- महामना मालवीय जी के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- नेहरू के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- हिन्दी का सरलीकरण / लाखन सिंह भदौरिया
- राष्ट्र पुरुष नेहरू एवं कविवर रंग के जन्म दिन पर / लाखन सिंह भदौरिया
- आर्य वीरों से / लाखन सिंह भदौरिया
- पाषाण यहाँ पूजे जाते / लाखन सिंह भदौरिया
- अनय और हम आमने सामने हैं / लाखन सिंह भदौरिया
- एक दीप बुझ गया / लाखन सिंह भदौरिया
- सुधा सब पीने को तैयार / लाखन सिंह भदौरिया
- एक मुक्तक-शिशु के निधन पर / लाखन सिंह भदौरिया
- अरुण उदय हुआ मगर / लाखन सिंह भदौरिया
- राष्ट्र की पुकार है / लाखन सिंह भदौरिया
- तुम जले तो भोर आया / लाखन सिंह भदौरिया
- अब तक मुक्त नहीं हो पाया / लाखन सिंह भदौरिया
- सूरज तो उग आया लेकिन / लाखन सिंह भदौरिया
- कवि के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- रण निमंत्रण / लाखन सिंह भदौरिया
- स्वामी अभेदानन्द के प्रति / लाखन सिंह भदौरिया
- कविवर शिशु के निधन पर / लाखन सिंह भदौरिया
- यज्ञ-कुण्ड जागो, आहुति लो / लाखन सिंह भदौरिया
- हम मरते ही नहीं, अमर हैं / लाखन सिंह भदौरिया
- महाप्राण निराला / लाखन सिंह भदौरिया