भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पल पल जो परलाउ / हरि दिलगीर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पल पल जो परलाउ
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार हरि दिलगीर
प्रकाशक सिन्धी अकादमी, नई दिल्ली
वर्ष 2000 (पहला संस्करण 1977 में)
भाषा सिन्धी
विषय
विधा
पृष्ठ 90
ISBN 81-87096-32-2
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

मुहाॻु

वायूं

नज़मूं

टेडू़

गीत

क़ितअ

रुबाइयूं

ललित पद

बैत

ग़ज़ल

नज़माणो नसुर