नक़्श लायलपुरी
जन्म | 24 फ़रवरी 1928 |
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निधन | 22 जनवरी 2017 |
उपनाम | जसवंत राय |
जन्म स्थान | लायलपुर (अब पाकिस्तान का फैसलबाद) |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तेरी गली की तरफ़ (2004, कविता-संग्रह) | |
विविध | |
प्रसिद्ध फ़िल्मी गीतकार | |
जीवन परिचय | |
नक़्श लायलपुरी / परिचय |
संग्रह
प्रतिनिधि रचनाएँ
- तुझको सोचा तो खो गईं आँखें / नक़्श लायलपुरी
- वो आएगा दिल से दुआ तो करो / नक़्श लायलपुरी
- ज़हर देता है कोई, कोई दवा देता है / नक़्श लायलपुरी
- अपना दामन देख कर घबरा गए / नक़्श लायलपुरी
- अपनी भीगी हुई पलकों पे सजा लो मुझको / नक़्श लायलपुरी
- कोई झंकार है, नग़मा है, सदा है क्या है ? / नक़्श लायलपुरी
- जब दर्द मुहब्बत का मेरे पास नहीं था / नक़्श लायलपुरी
- मैं दुनिया की हक़ीकत जानता हूँ / नक़्श लायलपुरी
- एक आँसू गिरा सोचते सोचते / नक़्श लायलपुरी
- पलट कर देख़ लेना जब सदा दिल की सुनाई दे / नक़्श लायलपुरी
- कतआत / नक़्श लायलपुरी
- तमाम उम्र चला हूँ मगर चला न गया / नक़्श लायलपुरी
- कई ख्व़ाब मुस्कुराए सरे शाम बेख़ुदी में / नक़्श लायलपुरी
- हम से पूछो कैसा है वो / नक़्श लायलपुरी
- मेरी तलाश छोड़ दे तू मुझको पा चुका / नक़्श लायलपुरी
- शाख़ों को तुम क्या छू आए / नक़्श लायलपुरी
फ़िल्मों के लिए लिखे गीत
- मैं तो हर मोड़ पर तुझको दूँगा सदा / नक़्श लायलपुरी
- प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा / नक़्श लायलपुरी
- ये मुलाक़ात इक बहाना है / नक़्श लायलपुरी
- चिट्ठिए ले जा सन्देसा मेरे यार दा / नक़्श लायलपुरी
- माना तेरी नज़र में तेरा प्यार हम नहीं / नक़्श लायलपुरी
- तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे / नक़्श लायलपुरी
- तुम्हें हो न हो पर मुझे तो यकीं है / नक़्श लायलपुरी
- कई सदियों से, कई जनमों से / नक़्श लायलपुरी
- न जाने क्या हुआ,जो तूने छू लिया / नक़्श लायलपुरी
- चान्दनी रात में इक बार तुझे देखा है / नक़्श लायलपुरी
- धानी चुनर मोरी हाए रे / नक़्श लायलपुरी
- क़दर तूने ना जानी / नक़्श लायलपुरी
- रस्मे-उल्फ़त को निभाएँ तो निभाएँ कैसे / नक़्श लायलपुरी
- उल्फ़त में ज़माने की हर रस्म को ठुकराओ / नक़्श लायलपुरी
- आपकी बातें करें या अपना अफ़साना कहें / नक़्श लायलपुरी
- भरोसा कर लिया जिस पर उसी ने हमको लूटा है / नक़्श लायलपुरी
- अगर तेरी आँखों से आँखें मिला दूँ / नक़्श लायलपुरी
- होंठ जलते हैं मुस्कुराने से / नक़्श लायलपुरी
- अनकही बात के अफ़साने बने जाते हैं / नक़्श लायलपुरी