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सावन के गीत / हरियाणवी
Kavita Kosh से
♦ रचनाकार: अज्ञात
- सात जणी का हे मां मेरी झूलणा जी / हरियाणवी
- झूलण जांगी ऐ मां मेरी बाग में री / हरियाणवी
- तीजां का त्योहार रितु सै सामण की / हरियाणवी
- नांनी नांनी बूंदियां हे सावन का मेरा झूलणा / हरियाणवी
- नांनी नांनी बूंदियां मीयां बरसता हे जी / हरियाणवी
- सामण आया हे मां मेरी मैं सुण्या जी / हरियाणवी
- मोटी मोटी बून्दां झले पै आई / हरियाणवी
- हे री आई सै रंगीली तीज / हरियाणवी
- आया आया री सासड़ सामण / हरियाणवी
- आई री सासड़ सामणिया री तीज / हरियाणवी
- झूलण आली बोल बता के बोलण का टोटा / हरियाणवी
- मुड़ मुड़ डालै झूलती सुनहरी ढोला / हरियाणवी
- बर के गोदे झूलती रे बिटाऊ ढोला सात सहेलिन बीच / हरियाणवी
- रे गगन गरजै झिमालै बिजली / हरियाणवी
- सामण का महीणा मेघा रिमझिम रिमझिम बरसै / हरियाणवी
- तीजां बड़ा त्योहार सखी हे सब बदल रही बाना / हरियाणवी
- झुक जाय बादली बरस क्यूँ ना जाय / हरियाणवी
- हे री सखी सावन मास घिरण लाग्यो / हरियाणवी
- ऊंची कीकर हे मां मेरी पालना री / हरियाणवी
- कड़वी कचरी हे मां मेरी कचकची जी / हरियाणवी
- हरी ये जरी की हे मां चुन्दड़ी जी / हरियाणवी
- सासड़ नै भेजी हे मां मेरी चुंदड़ी जी / हरियाणवी
- सासू तो बीरा चूले की आग / हरियाणवी
- लाल कुसमियां पुगाइयो मेरे बाबल / हरियाणवी
- कच्चे नीम्ब की निम्बोली / हरियाणवी
- मेरी पींघ तले री लांडा मोर / हरियाणवी
- मीट्ठी तो कर दे री मोस्सी कोथली / हरियाणवी
- मीठी तो कर दे मेरी मां कोथली / हरियाणवी
- झोलै मैं डिबिआ ले रह्या / हरियाणवी
- आया तीजां का त्योहार / हरियाणवी
- लाट्टू मेरा बाजणा, बजार तोड़ी जाइयो जी। / हरियाणवी
- घोलो री नंणद मेंहदी के पात / हरियाणवी
- हरी ए झंजीरी मनरा न पहरूं / हरियाणवी
- मेरे गोरे बदन पै रंग बरसै / हरियाणवी
- घड़ा ए घड़े पै दोघड़ चन्दो पाणी नै जाये जी / हरियाणवी
- सामण आया हे सखी सामण के दिन चार / हरियाणवी
- आठ बुल्दां का रे हालिड़े नीरणा / हरियाणवी