भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गुले-तर / मख़दूम मोहिउद्दीन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKRachna |रचनाकार= मख़दूम मोहिउद्दीन }} {{KKPustak |चित्र= |नाम=सुर्ख सवेरा |रचन…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:24, 28 अप्रैल 2011 का अवतरण
सुर्ख सवेरा
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | मख़दूम मोहिउद्दीन |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी-उर्दू |
विषय | शायरी |
विधा | ग़ज़लें, नज़्में |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- क़ैद / मख़दूम मोहिउद्दीन
- नया चीन / मख़दूम मोहिउद्दीन
- मास्को / मख़दूम मोहिउद्दीन
- चारागर / मख़दूम मोहिउद्दीन
- आज की रात न जा / मख़दूम मोहिउद्दीन
- भागमती / मख़दूम मोहिउद्दीन
- चाँद तारों का बन / मख़दूम मोहिउद्दीन
- रक़्स / मख़दूम मोहिउद्दीन
- सीमाब दशी, तिश्नालबी बाख़बरी है / मख़दूम मोहिउद्दीन
- तेरे दीवाने तेरी चश्म-ओ-नज़र से पहले / मख़दूम मोहिउद्दीन
- दराज़ है शबे-ग़म, सोज़-ओ-साज़ साथ रहे / मख़दूम मोहिउद्दीन
- इसी चमन में चलें जश्ने याद-ए-यार करें / मख़दूम मोहिउद्दीन
- फिर बुला भेजा है फूलों ने गुलिस्तानों से / मख़दूम मोहिउद्दीन
- सहर से रात की सरगोशियाँ बहार की बात / मख़दूम मोहिउद्दीन
- ये कौन आता है तन्हाइयों में जाम लिए / मख़दूम मोहिउद्दीन
- साज़ आहिस्ता ज़रा गरदिशे जाम आहिस्ता / मख़दूम मोहिउद्दीन
- जाने ग़ज़ल / मख़दूम मोहिउद्दीन
- प्यार की चाँदनी / मख़दूम मोहिउद्दीन
- अब कहाँ जाके ये समझाएँ के क्या होता है / मख़दूम मोहिउद्दीन
- रोशन है बज़्मे शोला रुखाँ देखते चलें / मख़दूम मोहिउद्दीन
- बढ़ गया बादा-ए-गुलगूँ का मज़ा आखिरे शब / मख़दूम मोहिउद्दीन
- वो जो छुप जाते थे काबों में सनमख़ानों में / मख़दूम मोहिउद्दीन
- फिर छिड़ी रात बात फूलों की / मख़दूम मोहिउद्दीन
- उसी अदा से उसी बाँकपन के साथ आओ / मख़दूम मोहिउद्दीन
- तुम गुलिस्ताँ से गए हो तो गुलिस्ताँ चुप है / मख़दूम मोहिउद्दीन
- आप की याद आती रही रात भर / मख़दूम मोहिउद्दीन
- इश्क़ के शोलों को भड़काओ के कुछ रात कटे / मख़दूम मोहिउद्दीन
- ज़िन्दगी मोतियों की ढलकती लड़ी / मख़दूम मोहिउद्दीन
- कुछ फूल सरे सहने चमन खिल तो रहे हैं / मख़दूम मोहिउद्दीन
- फूल खिलते ही रहे, कलियाँ छटकती ही रहीं / मख़दूम मोहिउद्दीन
- फ़ासले / मख़दूम मोहिउद्दीन
- एहसास की रात / मख़दूम मोहिउद्दीन
- चुप न रहो / मख़दूम मोहिउद्दीन
- क़तअ / मख़दूम मोहिउद्दीन
- गगारिन / मख़दूम मोहिउद्दीन
- हम दोनों / मख़दूम मोहिउद्दीन
- सन्नाटा / मख़दूम मोहिउद्दीन
- वादिए फ़र्दा / मख़दूम मोहिउद्दीन
- लख्ते जिगर / मख़दूम मोहिउद्दीन
- ख़्वाहिशें / मख़दूम मोहिउद्दीन
- विसाल / मख़दूम मोहिउद्दीन
- अभी न रात के गेसू खुले न दिल महका / मख़दूम मोहिउद्दीन
- नेहरू / मख़दूम मोहिउद्दीन
- सब का ख़्वाब / मख़दूम मोहिउद्दीन
- फ़रियाद / मख़दूम मोहिउद्दीन
- वक़्त- बेदर्द मसीहा / मख़दूम मोहिउद्दीन
- नया साल / मख़दूम मोहिउद्दीन
- बिल्लौर / मख़दूम मोहिउद्दीन