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प्रेमचन्द गांधी
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प्रेमचन्द गांधी
जन्म | 26 मार्च 1967 |
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उपनाम | |
जन्म स्थान | जयपुर |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
इस सिम्फनी में (कविता संग्रह) | |
विविध | |
पं0 गोकुलचन्द्र राव सम्मान - सांस्कृतिक लेखन के लिए(2005);जवाहर कला केन्द्र, जयपुर द्वारा लघु नाटक ‘रोशनी की आवाज’ पुरस्कृत (2004); राजेन्द्र बोहरा स्मृति काव्य पुरस्कार ‘इस सिम्फनी में’ के लिए (2007); लक्ष्मण प्रसाद मण्डलोई सम्मान ‘इस सिम्फनी में’ के लिए (2007) | |
जीवन परिचय | |
प्रेमचन्द गांधी / परिचय |
प्रतिनिधि कविताएँ
- पहला चुम्बन / प्रेमचन्द गांधी
- अगर हर्फ़ों में ही है ख़ुदा / प्रेमचन्द गांधी
- लड़ाइयाँ-1 / प्रेमचन्द गांधी
- लड़ाइयाँ-2 / प्रेमचन्द गांधी
- लड़ाइयाँ-3 / प्रेमचन्द गांधी
- आँसुओं की लिपि में डूबी प्रार्थनाएँ / प्रेमचन्द गांधी
- कुविचार / प्रेमचन्द गांधी
- वाघा सीमा पार करते हुए / प्रेमचन्द गांधी
- मृत्यु और प्रमाण-पत्र / प्रेमचन्द गांधी
- अन्तिम कुछ भी नहीं होता / प्रेमचन्द गांधी
- सपनों में रोती हुई स्त्री / प्रेमचन्द गांधी
- हे मेरी तमहारिणी : पहला अवतरण / प्रेमचन्द गांधी
- हे मेरी तमहारिणी : दूसरा अवतरण / प्रेमचन्द गांधी
- हे मेरी तमहारिणी : तीसरा अवतरण / प्रेमचन्द गांधी
- हे मेरी तमहारिणी : चौथा अवतरण / प्रेमचन्द गांधी
- तुम्हारे शहर में / प्रेमचन्द गांधी
- बुनकर-1 / प्रेमचन्द गांधी
- बुनकर-2 / प्रेमचन्द गांधी
- बुनकर-3 / प्रेमचन्द गांधी
- अपने जन्मदिन पर-1 / प्रेमचन्द गांधी
- अपने जन्मदिन पर-2 / प्रेमचन्द गांधी
- अपने जन्मदिन पर-3 / प्रेमचन्द गांधी
- रथयात्रा / प्रेमचन्द गांधी
- हमारा गाँव / प्रेमचन्द गांधी
- आत्म-निर्वासन / प्रेमचन्द गांधी
- मूर्तिकार-1 / प्रेमचन्द गांधी
- मूर्तिकार-2 / प्रेमचन्द गांधी
- मूर्तिकार-3 / प्रेमचन्द गांधी
- शहीदों के नाम माफ़ीनामा / प्रेमचन्द गांधी
- बहुत कुछ बचा रहेगा / प्रेमचन्द गांधी
- बसन्त और उल्काएँ / प्रेमचन्द गांधी
- दूर हों या पास / प्रेमचन्द गांधी
- उसने कहा था... / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-1 / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-2 / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-3 / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-4 / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-5 / प्रेमचन्द गांधी
- तुमने कहा था-6 / प्रेमचन्द गांधी
- दादी की खोज में / प्रेमचन्द गांधी
- बस में नींद लेती एक स्त्री / प्रेमचन्द गांधी
- मलयाली स्त्रियाँ / प्रेमचन्द गांधी
- तुम्हारे जन्मदिन पर / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा –१ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -२ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -३ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -४ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -५ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -६ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -७ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -८ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -९ / प्रेमचन्द गांधी
- नास्तिकों की भाषा -१० / प्रेमचन्द गांधी
- कविता में कुविचार -१ / प्रेमचन्द गांधी
- कविता में कुविचार -२ / प्रेमचन्द गांधी
- कवि की रसोई / प्रेमचन्द गांधी
- नरमेध के नायक / प्रेमचन्द गांधी
- निरपराध लोग / प्रेमचन्द गांधी
- तानाशाह और तितली / प्रेमचन्द गांधी
अनूदित रचनाएँ
- एक खाली कोख / एलिसन सोलोमन / प्रेमचन्द गांधी
- अपने गर्भाशय के लिए कविता / लूसिलै क्लिफ्टन / प्रेमचन्द गांधी
- अपनी आखिरी माहवारी के लिए / लूसिलै क्लिफ्टन / प्रेमचन्द गांधी
- गर्भपात / नीना सिल्वर / प्रेमचन्द गांधी
- जननी / पॉला अमान / प्रेमचन्द गांधी
- मां के आंसू / शेरी एन स्लॉटर / प्रेमचन्द गांधी
- मेकअप / डोरा मलेक / प्रेमचन्द गांधी
- प्रतिज्ञा / स्टीफनी हैरिस / प्रेमचन्द गांधी
- खच्चर / जेन स्प्रिंगर / प्रेमचन्द गांधी