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धरतीअ जो दर्द / अर्जुन मीरचंदाणी 'शाद'
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धरतीअ जो दर्द
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रचनाकार | अर्जुन मीरचंदाणी 'शाद' |
---|---|
प्रकाशक | सिन्धी अकादमी, नई दिल्ली |
वर्ष | 1999 |
भाषा | सिन्धी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 142 |
ISBN | 81-87096-29-2 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- और वाॼा और नगमा / अर्जुन ‘शाद’
- ज्वाला / अर्जुन ‘शाद’
- हीअ दुनिया / अर्जुन ‘शाद’
- आउं घिटियुनि जो ॻाईंदड़! / अर्जुन ‘शाद’
- मोदीअ जो बिल / अर्जुन ‘शाद’
- स्ट्राईक / अर्जुन ‘शाद’
- वक़्त जी तक़ाज़ा / अर्जुन ‘शाद’
- बाजू़ ऐं ज़ंदान / अर्जुन ‘शाद’
- कवी ऐं अहसास / अर्जुन ‘शाद’
- निन्ड / अर्जुन ‘शाद’
- हवा में शराब / अर्जुन ‘शाद’
- नईं कुंवारि ऐं फ़ौजी जवान जा ख़त / अर्जुन ‘शाद’
- खूरा / अर्जुन ‘शाद’
- चँड-यात्रा / अर्जुन ‘शाद’
- मुंहिंजी सिन्धु! / अर्जुन ‘शाद’
- लोली / अर्जुन ‘शाद’
- सिन्धी / अर्जुन ‘शाद’
- सरहद जे पार / अर्जुन ‘शाद’
- वतन जी याद / अर्जुन ‘शाद’
- अंधो दूंहों / अर्जुन ‘शाद’
- तपस्या जूं रोशनियूं / अर्जुन ‘शाद’
- सुबह ऐं सांझी / अर्जुन ‘शाद’
- ज़हमत / अर्जुन ‘शाद’
- आज़ादी-गुलामी / अर्जुन ‘शाद’
- सियासी शींहं जी लड़ाई / अर्जुन ‘शाद’
- धर्म एं मज़हब / अर्जुन ‘शाद’
- बीमार सभ्यता / अर्जुन ‘शाद’
- दिल / अर्जुन ‘शाद’
- जीवन जी उस / अर्जुन ‘शाद’
- खालु / अर्जुन ‘शाद’
- सियासत जो ‘सचु’ / अर्जुन ‘शाद’
- सोझिरो / अर्जुन ‘शाद’
- औरत सां प्यारु / अर्जुन ‘शाद’
- साड़ी / अर्जुन ‘शाद’
- भौंरो / अर्जुन ‘शाद’
- मुहबत / अर्जुन ‘शाद’
- पंधु / अर्जुन ‘शाद’
- पीड़ा / अर्जुन ‘शाद’
- ग़म ऐं ख़ुशी / अर्जुन ‘शाद’
- हिंदोरो / अर्जुन ‘शाद’
- अंधकार / अर्जुन ‘शाद’
- राह / अर्जुन ‘शाद’
- परमात्मा... / अर्जुन ‘शाद’
- तूं ऐं मां / अर्जुन ‘शाद’
- नओं जनम / अर्जुन ‘शाद’
- इन्सान ऐं ईश्वर / अर्जुन ‘शाद’
- खु़दी / अर्जुन ‘शाद’
- साल ऐं मिन्ट / अर्जुन ‘शाद’
- ॾाहियूं डुख ॾिसनि / अर्जुन ‘शाद’
- मारू ईंदा माॻि / अर्जुन ‘शाद’
- पखीअड़ा / अर्जुन ‘शाद’
- रोमांस / अर्जुन ‘शाद’
- ओसीड़ो / अर्जुन ‘शाद’
- याद / अर्जुन ‘शाद’
- गीत / अर्जुन ‘शाद’
- रस भरियूं रातियूं / अर्जुन ‘शाद’
- केसीं? / अर्जुन ‘शाद’
- चंचल कामिनीअ जो गीत / अर्जुन ‘शाद’
- जीवन जी धड़कन / अर्जुन ‘शाद’
- भीनी बरसात / अर्जुन ‘शाद’
- चंड न करि चांडोकी / अर्जुन ‘शाद’
- ईंदो मूं ॾे मुरिकी / अर्जुन ‘शाद’
- लुटिजी वियड़ो क़रारु / अर्जुन ‘शाद’
- वई ड़ी वई / अर्जुन ‘शाद’
- जे ज़िंदगीअ मां निकिरी वञे चाहु छा कजे? / अर्जुन ‘शाद’
- फ़ज़ा आ मस्त मगर प्यार जी सा बात किथे? / अर्जुन ‘शाद’
- बिसारण सां जे विसरे हा त दिल में प्यारु छो थिए हा / अर्जुन ‘शाद’
- खणी नाज़ मां अखि निहारियो न हा / अर्जुन ‘शाद’
- इश्क़ जी आग पियो दुखाईंदुसि / अर्जुन ‘शाद’
- कंहिं सां न रीस काई न कोई रक़ीब आ / अर्जुन ‘शाद’
- सिंधु जो माहताब साॻियो आ / अर्जुन ‘शाद’
- साजे़ दिल साणु हो पर हाइ बजाए न सघियुसि / अर्जुन ‘शाद’
- रात भर शम्मा दिल जी ॻारियां पियो / अर्जुन ‘शाद’
- दिल मां कढु कीन फ़क़त गॾिजी रहण जी ख़्वाहिश / अर्जुन ‘शाद’
- थी आ मख़्मूर निगाहुनि जी ज़रूरत महसूस / अर्जुन ‘शाद’
- छा थियो अगरचि आहे नज़रुमि खां दूरि मंज़िल / अर्जुन ‘शाद’
- ए ज़िन्दगी का तुंहिंजी अहिड़ी अदा बि आहे / अर्जुन ‘शाद’
- महबूब जी गुफ़्तार जो अंदाज़ फिरियलु हो / अर्जुन ‘शाद’
- ऐ इश्क़ संभाले खणिजि क़दम, अजु/ आहि वफ़ा ऐलान कयो / अर्जुन ‘शाद’
- आज ढोलिया त करियूं प्यारु, हलिया बेंदासीं! / अर्जुन ‘शाद’
- प्यार में पल पल तड़िफे थी दिल / अर्जुन ‘शाद’
- केई कारियूं रातियूं गुज़रियूं, केई सुखऱ् सवेरा थिया / अर्जुन ‘शाद’
- हर राह ज़िन्दगीअ जी बणी नागवार आ / अर्जुन ‘शाद’
- तोड़े छिकिजी थेा अचे मूं ॾे किनारे जो क़दम / अर्जुन ‘शाद’
- आउ ओ इंतिज़ार वापस आउ / अर्जुन ‘शाद’
- अला ता क़यामत न ग़म दूर थींदो / अर्जुन ‘शाद’
- अॾींदुसि नऐं सिर फिटलु आशियानो / अर्जुन ‘शाद’
- बेवफ़ा कंहिं खे चऊं, कंहिं खे वफ़ादार चऊं? / अर्जुन ‘शाद’
- कीन अहिड़ो कॾहिं बि शाह थिजे / अर्जुन ‘शाद’
- नाज़ सां नाशाद दिल खे शाद करि / अर्जुन ‘शाद’
- दिल जे जज़्बे करे छॾियो लाचार / अर्जुन ‘शाद’
- नफ़्स में खुद भरे बहार, तूं खि़जां मिटाए छॾि / अर्जुन ‘शाद’