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श्रेणी:रूसी भाषा
चर्चा
"रूसी भाषा" श्रेणी में पृष्ठ
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म
मैं ने क्या किया / अनातोली परपरा
मैंने तुम्हें बहुत समझाया / येव्गेनी येव्तुशेंको
मैंने प्यार किया था तुमको / अलेक्सान्दर पूश्किन
मौत के बारे में सोच / अनातोली परपरा
मौत या ख़ुशी / आन्ना अख़्मातवा
य
यदि मुझे पकड़ लेंगे हमारे वे जानी दुश्मन / ओसिप मंदेलश्ताम
यहाँ सिर्फ़ पत्थर ही पत्थर / इवान बूनिन
युद्ध में रोना नहीं चाहिए / येव्गेनी येव्तुशेंको
र
रंग उड़ गया उस हल्के नीले दीवारी काग़ज़ का / इवान बूनिन
रात / अलेक्सान्दर पूश्किन
रात / इवान बूनिन
रात शांत थी, चीड़ों के पीछे / इवान बूनिन
रात सड़क लैम्प... / अलेक्सान्दर ब्लोक
रूस की यह कविता / अनातोली परपरा
रूस की लड़कियाँ / येव्गेनी येव्तुशेंको
रो रही थी विधवा वह उस रात / इवान बूनिन
ल
लपट नष्ट कर रही है / ओसिप मंदेलश्ताम
लो, ख़ुश रहो उठाकर तुम, / ओसिप मंदेलश्ताम
व
वतन से दूर / आन्ना अख़्मातवा
वधू / इवान बूनिन
व आगे.
वन में पड़े हिम का नीरव गीत / ओसिप मंदेलश्ताम
वर्ष, लोग और राष्ट्र / विलिमीर ख़्लेबनिकफ़ / वरयाम सिंह
वह सुबह / येव्गेनी येव्तुशेंको
विमाता / इवान बूनिन
वो अभी-अभी लौटा है / अनातोली परपरा
श
शब्द / इवान बूनिन
शाप / येव्गेनी येव्तुशेंको
शाम / आन्ना अख़्मातवा
शायद यह हद है पागलपन की / ओसिप मंदेलश्ताम
श्रीलंकाई कवि दोस्त के लिए / अनातोली परपरा
स
सपने में / आन्ना अख़्मातवा
सफ़ेद रात को / आन्ना अख़्मातवा / अनिल जनविजय
सफ़ेद लबादा / विचिस्लाव कुप्रियानफ़
सब कुछ लूट लिया है / आन्ना अख़्मातवा
सब ख़त्म हो गया / अलेक्सान्दर पूश्किन
सब भूल जाएँगे / आन्ना अख़्मातवा
सबथोक /अन्ना आख्मातोभा / सुमन पोखरेल
सभी स्त्रियों के मन में / येव्गेनी येव्तुशेंको
समय की आत्मकथा./ विचिस्लाव कुप्रियानफ़
समाधि-लेख / रसूल हम्ज़ातव
स आगे.
सरकार हो कैसी भी / अनातोली परपरा
साँप / विचिस्लाव कुप्रियानफ़
सात छोटी कविताएँ / अनातोली परपरा
साहस /अन्ना आख्मातोभा / सुमन पोखरेल
सीथियाई / अलेक्सान्दर ब्लोक
सुनता हूँ तुम्हारा उच्चारण भास्वर / ओसिप मंदेलश्ताम
सूर्यपाखी का नृत्य / अनातोली परपरा
सौत-सम्वाद / अनातोली परपरा
स्त्री का साथ / येव्गेनी येव्तुशेंको
स्वतंत्रता / विलिमीर ख़्लेबनिकफ़ / वरयाम सिंह
स्वयं अपने ही नीचे दबे हम / ओसिप मंदेलश्ताम
ह
हर पल मैं देखूँ, मित्रों,बस एक यही सपन / ओसिप मंदेलश्ताम
हाँ, लेटा हूँ मैं धरती पर / ओसिप मंदेलश्ताम
हाथ पकड़ कर रख नहीं पाया / ओसिप मंदेलश्ताम
हिम साफ़ कर रहे हैं मज़दूर / ओसिप मंदेलश्ताम
हृदय पहने होता है बादल के चीर / ओसिप मंदेलश्ताम
हे ख़ुदा! / ओसिप मंदेलश्ताम
’
’हैमलेट’ को पढ़ते हुए-1 / आन्ना अख़्मातवा
’हैमलेट’ को पढ़ते हुए-2 / आन्ना अख़्मातवा
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