भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
 
* [[प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ / प्रथम सर्ग / पृष्ठ - १]]
 
* [[प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ / प्रथम सर्ग / पृष्ठ - १]]
 
* [[प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ / प्रथम सर्ग / पृष्ठ - २]]
 
* [[प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ / प्रथम सर्ग / पृष्ठ - २]]
 +
* [[प्रिय प्रवास / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ / प्रथम सर्ग / पृष्ठ - ३]]
  
 
'''द्वितीय सर्ग'''
 
'''द्वितीय सर्ग'''

23:41, 6 फ़रवरी 2011 का अवतरण

प्रिय प्रवास
Priyapravas.jpg
रचनाकार अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा महाकाव्य
पृष्ठ
ISBN
विविध इस ग्रंथ को खड़ीबोली का प्रथम महाकाव्य होने का गौरव प्राप्त है।
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

प्रथम सर्ग


द्वितीय सर्ग


तृतीय सर्ग


चतुर्थ सर्ग


पंचम सर्ग


षष्ठ सर्ग


सप्तम सर्ग


अष्टम सर्ग


नवम सर्ग


दशम सर्ग


एकादश सर्ग


द्वादश सर्ग


त्रयोदश सर्ग


चतुर्दश सर्ग


पंचदश सर्ग


षोडश सर्ग


सप्तदश सर्ग