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"निरुपमा, करना मुझको क्षमा‍ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर" के अवतरणों में अंतर

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*  [[पथ का वह बंधु, बंधु वही तेरा है, बंधु वही तो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
 
*  [[पथ का वह बंधु, बंधु वही तेरा है, बंधु वही तो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
 
*  [[विपुल तरंग रे, विपुल तरंग रे / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
 
*  [[विपुल तरंग रे, विपुल तरंग रे / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[कह तो दो शेष कथा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[मेरे अंग-अंग में बंसी कौन बजाए / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[दो तो रहने मुझे अपने मन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[सखी, खेल नहीं, यह खेल नहीं / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[तिमिर से ढक कर अपना बदन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[सागर को पार कर, पूरब से आया है कौन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[चुप-चुप रहना सखि / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[बजो, रे बंशी, बजो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[बह रही आनन्दधारा भुवन में / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[सोने के पिंजरे में नहीं रहे दिन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[परवासी, आ जाओ घर / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[आज जागी क्यों मर्मर-ध्वनि ! / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[किसका आघात हुआ फिर मेरे द्वार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[आज बादल-गगन, गोधूली लगन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[मैंने पाया उसे बार-बार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[रखो मत अँधेरे में दो मुझे निरखने / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[यदि नहीं चीन्ह मैं पाऊँ, क्या चीन्ह मुझे वह लेगा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[हे नवीना / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[मन के मंदिर में लिखना सखि / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[खोलो यह तिमिर-द्वार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[मैंने पाया उसे बार-बार / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[जागो-जागो, ओ! दखिन हवा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[जो गए उन्हें जाने दो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[किसलय ने पाया क्या उसका संदेश / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[जिस पथ पर तुमने थी लिखी चरण-रेखा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[यह कौन विरहणी आती / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[आलोकित अमल कमल किसने यह खिला दिए / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[बजते नूपुर रुनझुन-रुनझुन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[व्याकुल यह बादल की साँझ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[फागुन में आई है माधवी / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[आओ आओ फसल काटें / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[आकाशी पाखी मैं, बंदी अब तेरा / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[युग-युग को पार कर आया आषाढ़ आज मन में / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[फागुन की संध्या में आज, ओ ! मेरे चंद्र प्रकाश / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[बीते यह रात उससे ही पहले / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[पुकारा हमको माँ ने आज / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[हेर श्यामल घन नील गगन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
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*  [[मेघ पर उड़ते आते मेघ सघन / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]

14:37, 3 जून 2012 का अवतरण

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निरुपमा, करना मुझको क्षमा

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रचनाकार: रवीन्द्रनाथ ठाकुर
अनुवादक: प्रयाग शुक्ल
प्रकाशक: सस्ता साहित्य मंडल, एन-77, पहली मंज़िल, कनाट सर्कस, नई दिल्ली-110001
वर्ष: 2011
मूल भाषा: बंगला
विषय: --
शैली: --
पृष्ठ संख्या: 92
ISBN: 978-81-7309-596-2
विविध: रवीन्द्रनाथ ठाकुर के गीतों का हिन्दी अनुवाद है

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