भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जंगवीर सिंह 'राकेश'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 22: | पंक्ति 22: | ||
* [[बुझे चराग़ को कोई हवा नही देता / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[बुझे चराग़ को कोई हवा नही देता / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[ज़िन्दगी इक सफ़र में गुज़री है / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[ज़िन्दगी इक सफ़र में गुज़री है / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘भूख’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[अश्क आँखों में भर गए होंगे / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [['. . . जीत जाओगे एक दिन !!' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[हो के यूँ पत्थर जो हम उनके हवाले जाएँगे / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[हो के यूँ पत्थर जो हम उनके हवाले जाएँगे / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[अश्क फरियाद हुए जाते हैं. / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[अश्क फरियाद हुए जाते हैं. / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [['उच्चारण' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[सौदा-ए-ग़म नहीं किया हमने / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[सौदा-ए-ग़म नहीं किया हमने / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [['बेदाग़ आँचल' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[ज़ियादा कुछ न मिल पाया तो खुद को ही, / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[ज़ियादा कुछ न मिल पाया तो खुद को ही, / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[सफ़र / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[ठहरा पानी हिलाता है कोई / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[ठहरा पानी हिलाता है कोई / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘पापा, मुझे कवि बनना है' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[दिल की मस्ती में रंग आता है / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[दिल की मस्ती में रंग आता है / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[तुम्हारी आँख से छलका है आँसू / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[तुम्हारी आँख से छलका है आँसू / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[पापा, वह आप ही हैं / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[मय-कदे ये जाम किसके नाम का है/ जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[मय-कदे ये जाम किसके नाम का है/ जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[आँसू, ग़म, तन्हाई बाँटो / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[आँसू, ग़म, तन्हाई बाँटो / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
− | * [[ | + | * [[ '. . . . .कोई खो गया है' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] |
− | * [[ | + | * [[और हम से, सहा नही जाता / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] |
+ | * [[चल के मेरे पास ही तब आओगी तुम / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[पूरी कायनात का बदन निचोड़ आया हूँ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[पूरी कायनात का बदन निचोड़ आया हूँ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[जब सहीह भी सहीह नही रहता / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[जब सहीह भी सहीह नही रहता / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[वक़्त के साँचें में ढलना है तुझे / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [['एक क्षण में . . . .' / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
* [[इस तरह कुछ कर दिखाना चाहती थी / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[इस तरह कुछ कर दिखाना चाहती थी / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
* [[माँ मुस्कुरा के, जान जाती / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[माँ मुस्कुरा के, जान जाती / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
− | * [[ | + | * [[आज आख़िरी दिन है. / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] |
* [[मैं अकेला / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | * [[मैं अकेला / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 1’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 2’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | *[[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 5’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 8’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 10’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 15’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 21’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] | ||
+ | * [[‘अस्ल मुहब्बत : भाग 40’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश']] |
16:51, 3 अक्टूबर 2018 का अवतरण
जंगवीर सिंह 'राकेश'
© कॉपीराइट: जंगवीर सिंह 'राकेश'। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग जंगवीर सिंह 'राकेश' की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 17 जून 1995 |
---|---|
उपनाम | वीर |
जन्म स्थान | बिजनौर, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
'अस्ल मुहब्बत' | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जंगवीर सिंंह 'राकेश' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अपनी ज़िल्लत मेरे सर दे मारी भी / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- वक़्त अपनी तरह से चलता है / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- बुझे चराग़ को कोई हवा नही देता / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ज़िन्दगी इक सफ़र में गुज़री है / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ‘भूख’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- अश्क आँखों में भर गए होंगे / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- '. . . जीत जाओगे एक दिन !!' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- हो के यूँ पत्थर जो हम उनके हवाले जाएँगे / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- अश्क फरियाद हुए जाते हैं. / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- 'उच्चारण' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- सौदा-ए-ग़म नहीं किया हमने / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- 'बेदाग़ आँचल' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ज़ियादा कुछ न मिल पाया तो खुद को ही, / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- सफ़र / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ठहरा पानी हिलाता है कोई / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ‘पापा, मुझे कवि बनना है' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- दिल की मस्ती में रंग आता है / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- तुम्हारी आँख से छलका है आँसू / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- पापा, वह आप ही हैं / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- मय-कदे ये जाम किसके नाम का है/ जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- आँसू, ग़म, तन्हाई बाँटो / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- '. . . . .कोई खो गया है' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- और हम से, सहा नही जाता / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- चल के मेरे पास ही तब आओगी तुम / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- पूरी कायनात का बदन निचोड़ आया हूँ / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- जब सहीह भी सहीह नही रहता / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- वक़्त के साँचें में ढलना है तुझे / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- 'एक क्षण में . . . .' / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- इस तरह कुछ कर दिखाना चाहती थी / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- माँ मुस्कुरा के, जान जाती / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- आज आख़िरी दिन है. / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- मैं अकेला / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ‘अस्ल मुहब्बत : भाग 1’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
- ‘अस्ल मुहब्बत : भाग 2’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश'
*‘अस्ल मुहब्बत : भाग 5’ / जंगवीर सिंंह 'राकेश'