भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बोली तूं सुरतां / प्रमोद कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
}}
 
}}
 
{{KKPustak
 
{{KKPustak
|चित्र=
+
|चित्र=bolitusurata.jpg
 
|नाम=बोली तूं सुरतां
 
|नाम=बोली तूं सुरतां
 
|रचनाकार=[[प्रमोद कुमार शर्मा]]
 
|रचनाकार=[[प्रमोद कुमार शर्मा]]
पंक्ति 16: पंक्ति 16:
 
|विविध=काव्य  
 
|विविध=काव्य  
 
}}
 
}}
 
 
* [[कुण सुणै / प्रमोद कुमार शर्मा]]
 
* [[कुण सुणै / प्रमोद कुमार शर्मा]]
 
* [[तूं कीं तो बोल / प्रमोद कुमार शर्मा]]
 
* [[तूं कीं तो बोल / प्रमोद कुमार शर्मा]]

14:59, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

बोली तूं सुरतां
Bolitusurata.jpg
रचनाकार प्रमोद कुमार शर्मा
प्रकाशक बोधी प्रकाशन, जयपुर
वर्ष अप्रैल, 2005
भाषा राजस्थानी
विषय कविता
विधा
पृष्ठ 80
ISBN 81-87697-73-3
विविध काव्य
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।