भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"फ़िल्मों के लिए लिखे गीत-4 / शैलेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 17: पंक्ति 17:
 
|विविध=कुल 60 गीतों का संग्रह
 
|विविध=कुल 60 गीतों का संग्रह
 
}}
 
}}
 +
<sort order="asc" class="ul">
 
* [[हम भी हैं तुम भी हो, दोनों हैं आमने सामने / शैलेन्द्र]]
 
* [[हम भी हैं तुम भी हो, दोनों हैं आमने सामने / शैलेन्द्र]]
 
* [[ओ बसन्ती पवन पागल / शैलेन्द्र]]
 
* [[ओ बसन्ती पवन पागल / शैलेन्द्र]]
पंक्ति 65: पंक्ति 66:
 
* [[कहे झूम झूम रात ये सुहानी / शैलेन्द्र]]
 
* [[कहे झूम झूम रात ये सुहानी / शैलेन्द्र]]
 
* [[जाओ रे, जोगी तुम जाओ रे / शैलेन्द्र]]
 
* [[जाओ रे, जोगी तुम जाओ रे / शैलेन्द्र]]
 +
</sort>

10:42, 2 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण


फ़िल्मों के लिए लिखे गीत-4
रचनाकार शैलेन्द्र
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय गीत-संग्रह
विधा
पृष्ठ 72
ISBN
विविध कुल 60 गीतों का संग्रह
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

<sort order="asc" class="ul">

</sort>