भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
राजा मेंहदी अली खान
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:48, 22 सितम्बर 2020 का अवतरण
राजा मेंहदी अली खान
जन्म | 23 सितम्बर 1913 |
---|---|
निधन | 27 जुलाई 1966 |
जन्म स्थान | करीमाबाद |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
अन्दाज़-ए-बयां, मिज़राब (दोनों कविता-संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
राजा मेंहदी अली खान / परिचय |
कविताएँ
फ़िल्मों के लिए गीत
- अकेला हूँ मैं, हमसफ़र ढूँढ़ता हूँ / राजा मेंहदी अली खान
- अगर मुझ से मुहब्बत है मुझे सब अपने ग़म दे दो / राजा मेंहदी अली खान
- अगर मुझ से मोहब्बत है / राजा मेंहदी अली खान
- अजी पहली मुलाक़ात में / राजा मेंहदी अली खान
- अरी ओ शोख़ कलियो, मुस्कुरा देना वो जब आएँ / राजा मेंहदी अली खान
- आख़िरी गीत मौहब्बत का सुना लूँ तो चलूँ / राजा मेंहदी अली खान
- आँख में शोख़ी, लब पे तबस्सुम / राजा मेंहदी अली खान
- आप यूँ ही अगर हमसे मिलते रहे / राजा मेंहदी अली खान
- आप की नज़रों ने समझा / राजा मेंहदी अली खान
- आपके पहलू में आकर रो दिए / राजा मेंहदी अली खान
- आपको प्यार छुपाने की बुरी आदत है / राजा मेंहदी अली खान
- एक हँसी शाम को दिल मेरा खो गया / राजा मेंहदी अली खान
- कई दिन से जी है बेकल / राजा मेंहदी अली खान
- गर्दिश में हों तारे, न घबराना प्यारे / राजा मेंहदी अली खान
- चकोरी का चन्दा से प्यार / राजा मेंहदी अली खान
- चन्दा का दिल टूट गया रोने लगे हैं सितारे / राजा मेंहदी अली खान
- छेड़ा जो दिल का फ़साना, अल्लाह जाने, मौला जाने / राजा मेंहदी अली खान
- छोड़ कर तेरे प्यार का दामन ये बता दे कि हम किधर जाएँ / राजा मेंहदी अली खान
- जब छाए कहीं सावन की घटा / राजा मेंहदी अली खान
- जिया ले गयो जी, मोरा साँवरिया / राजा मेंहदी अली खान
- जो हमने दास्ताँ अपनी सुनाई / राजा मेंहदी अली खान
- जो हमने दास्ताँ अपनी सुनाई, आप क्यों रोए / राजा मेंहदी अली खान
- झुमका गिरा रे, बरेली के बाज़ार में / राजा मेंहदी अली खान
- दुनिया मुझको पागल समझे या समझे आवारा / राजा मेंहदी अली खान
- धड़का दिल में प्यार तुम्हारा अभी-अभी / राजा मेंहदी अली खान
- बचपन की याद धीरे धीरे प्यार बन गई / राजा मेंहदी अली खान
- भगवान तुझे मैं ख़त लिखता / राजा मेंहदी अली खान
- मेरी याद में तुम न आँसू बहाना / राजा मेंहदी अली खान
- मैं देखूँ जिस ओर, सखि री ! / राजा मेंहदी अली खान
- लग जा गले / राजा मेंहदी अली खान
- वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो / राजा मेंहदी अली खान
- हम इश्क़ में बरबाद हैं / राजा मेंहदी अली खान
- हम दीवाने तेरे दर से नहीं टलनेवाले / राजा मेंहदी अली खान
- हमें छोड़ पिया किस देस गए / राजा मेंहदी अली खान
- हमें हाल-ए-दिल तुमसे कहना है / राजा मेंहदी अली खान
- है इसी में प्यार की आबरू / राजा मेंहदी अली खान