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मैं दूँगा माकूल जवाब / असंगघोष
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मैं दूँगा माकूल जवाब
रचनाकार | असंगघोष |
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प्रकाशक | शिल्पायन, 10295, लेन न. 1, वैस्ट गोरखपार्क, शाहदरा, दिल्ली - 110032 |
वर्ष | 2012 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | दलित सरोकारों की कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | 978-93-81611-41-8 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- अबकी बार / असंगघोष
- मेरी प्रतिक्रांति / असंगघोष
- भाड़ में जाए / असंगघोष
- तुम देर से क्यों मरे? / असंगघोष
- तुम्हें पुकारूँगा गला सूख जाने तक / असंगघोष
- आँसू खारे क्यों हैं / असंगघोष
- मैं भूल जाना चाहता हूँ / असंगघोष
- कांच का दरकना / असंगघोष
- खूबसूरत बारिश / असंगघोष
- निर्जीव मनेरी! / असंगघोष
- गांधी मुझे मिला / असंगघोष
- बताओ तो / असंगघोष
- करते रहो अफसोस / असंगघोष
- मैं दूँगा माकूल जवाब (कविता) / असंगघोष
- काला पहाड़ / असंगघोष
- यह सच है / असंगघोष
- कांदा / असंगघोष
- मेरी प्यारी बुलबुल / असंगघोष
- धाप्या ढेढ़ / असंगघोष
- आततायी / असंगघोष
- इस बार बाढ़ नहीं आई / असंगघोष
- मौत / असंगघोष
- आचमन / असंगघोष
- क्या तुम हो / असंगघोष
- हर बात मानूँ जरूरी तो नहीं / असंगघोष
- तथागत तुम क्यों मुस्कराए? / असंगघोष
- कठिन है डगर / असंगघोष
- दीप / असंगघोष
- देहदान / असंगघोष
- काहे की चिन्ता / असंगघोष
- मरजी तुम्हारी / असंगघोष
- नीम का फूल / असंगघोष
- मेरे ख्वाब / असंगघोष
- नींद / असंगघोष
- हाँ! मैं ही / असंगघोष
- क्यों आते हैं सपने / असंगघोष