भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"देव" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 9 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
|जन्म= 1673 | |जन्म= 1673 | ||
− | |जन्मस्थान= कुसमरा, इटावा | + | |जन्मस्थान= कुसमरा, इटावा, उत्तर प्रदेश |
|मृत्यु=1768 | |मृत्यु=1768 | ||
− | |कृतियाँ= भाव-विलास, भवानी-विलास, कुशल-विलास, रस-विलास, प्रेम-चंद्रिका, सुजान-मणि, सुजान-विनोद, सुख-सागर | + | |कृतियाँ= भाव-विलास, भवानी-विलास, कुशल-विलास, रस-विलास, प्रेम-चंद्रिका, सुजान-मणि, सुजान-विनोद, सुख-सागर |
|विविध= | |विविध= | ||
|सम्पर्क= | |सम्पर्क= | ||
|जीवनी=[[देव / परिचय]] | |जीवनी=[[देव / परिचय]] | ||
|अंग्रेज़ी नाम=Dev | |अंग्रेज़ी नाम=Dev | ||
− | }} | + | }} |
− | + | {{KKCatUttarPradesh}} | |
− | + | {{KKCatBrajBhashaRachnakaar}} | |
− | + | ====प्रतिनिधि रचनाएँ==== | |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
* [[आँगन बैठी सुन्यो पिय आवन चित झरोखन मे लख्यो परै / देव]] | * [[आँगन बैठी सुन्यो पिय आवन चित झरोखन मे लख्यो परै / देव]] | ||
− | * [[ | + | * [[आई बरसाने ते बुलाय वृषभानु सुता / देव]] |
− | * [[ | + | * [[आवन सुन्यो है मनभावन को भावती ने / देव]] |
− | + | * [[इन्दिरा के मन्दिर से सुंदर बदन वे / देव]] | |
− | * [[ | + | * [[कुँजन के कोरे मनु केलिरस बोरे लाल / देव]] |
− | * [[ | + | * [[कुन्दन से अँग नवयौवन सुरँग उतै / देव]] |
− | * [[ | + | |
* [[कोऊ कहौ कुलटा कुलनि अकुलानि कहौ / देव]] | * [[कोऊ कहौ कुलटा कुलनि अकुलानि कहौ / देव]] | ||
− | * [[ | + | * [[खरी दुपहरी भरी हरी हरी कुंज मँजु / देव]] |
− | * [[ | + | * [[गोरी गरबीली उठी ऊँघत चकात गात / देव]] |
− | * [[ | + | * [[ग्रीषम प्रचंड घाम चंडकर मंडल तें / देव]] |
− | + | ||
* [[घाँघरो घनेरो लाँबी लटैँ लटे लाँक पर / देव]] | * [[घाँघरो घनेरो लाँबी लटैँ लटे लाँक पर / देव]] | ||
* [[जगमगे जोबन जराऊ तरिवन कान / देव]] | * [[जगमगे जोबन जराऊ तरिवन कान / देव]] | ||
+ | * [[जबतें कुबर कान्ह रावरी / देव]] | ||
* [[जोबन के रँग भरी ईँगुर से अँगनि पै / देव]] | * [[जोबन के रँग भरी ईँगुर से अँगनि पै / देव]] | ||
− | * [[ | + | * [[झहरि झहरि झीनी बूँद है परति मानों / देव]] |
− | * [[ | + | * [[डारि द्रुम-पालन बिछौना नव-पल्लव के / देव]] |
− | * [[ | + | * [[दरबार / देव]] |
− | * [[ | + | * [[दूलह को देखत हिए / देव]] |
− | + | ||
* [[देव जियै जब पूछौ तौ प्रेम को पार कहूँ लहि आवत नाहीँ / देव]] | * [[देव जियै जब पूछौ तौ प्रेम को पार कहूँ लहि आवत नाहीँ / देव]] | ||
+ | * [[देव मैं सीस बसायो सनेह कै / देव]] | ||
* [[धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी / देव]] | * [[धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी / देव]] | ||
− | * [[ | + | * [[नासिका ऊपर भौँहन के मधि / देव]] |
− | * [[ | + | * [[पाँयनि नूपुर मंजू बजै / देव]] |
− | + | ||
* [[पीत रँग सारी गोरे अँग मिलि गई देव / देव]] | * [[पीत रँग सारी गोरे अँग मिलि गई देव / देव]] | ||
− | * [[ | + | * [[प्यारे तरु नीजन विपिन तरुनी जन ह्वै / देव]] |
− | * [[ | + | * [[प्रेम चरचा है अरचा है कुल नेमन रचा है / देव]] |
− | + | ||
− | + | ||
− | + | ||
* [[प्रेम समुद्र परयो गहिरे अभिमान के फेन रह्यो गहि रे मन / देव]] | * [[प्रेम समुद्र परयो गहिरे अभिमान के फेन रह्यो गहि रे मन / देव]] | ||
+ | * [[फटिक सिलानी सौं सुधारयौ / देव]] | ||
+ | * [[बरुनी बघँबर मैँ गूदरी पलक दोऊ / देव]] | ||
+ | * [[बारिध बिरह बड़ी बारिधि की बड़वागि / देव]] | ||
+ | * [[बोयो बस बिरद मैँ बोरी भई बरजत / देव]] | ||
* [[भेष भये विष भावै न भूषन भूख न भोजन की कछु ईछी / देव]] | * [[भेष भये विष भावै न भूषन भूख न भोजन की कछु ईछी / देव]] | ||
+ | * [[मँजुल मँजरी पँजरी सी ह्वै मनोज के ओज सम्हारत चीरन / देव]] | ||
+ | * [[मँद महा मोहक मधुर सुर सुनियत / देव]] | ||
+ | * [[मँद हास चँद्रिका को मँदिर बदन चँद / देव]] | ||
+ | * [[माखन सो मन दूध सो जोबन है दधि ते अधिकै उर ईठी / देव]] | ||
+ | * [[माथे महावर पाँय को देखि महावर पाय सुढार ढुरीये / देव]] | ||
+ | * [[मुरली सुनत बाम काम-जुर लीन भई / देव]] | ||
+ | * [[मूरति जो मनमोहन की मनमोहनी के थिर ह्वै थिरकी सी / देव]] | ||
+ | * [[रूपे के महल धूपे अगर उदार द्वार / देव]] | ||
+ | * [[लागत समीर लँक लहकै समूल अँग / देव]] | ||
+ | * [[लाज के निगड़ गड़दार अड़दार चँहु / देव]] | ||
* [[लाल बिना बिरहाकुल बाल बियोग की ज्वाल भई झुरि झूरी / देव]] | * [[लाल बिना बिरहाकुल बाल बियोग की ज्वाल भई झुरि झूरी / देव]] | ||
+ | * [[वा चकई को भयो चित चीतो चितौत चँहु दिसि चाय सों नाँची / देव]] | ||
* [[श्रीब्रजदूलह / देव]] | * [[श्रीब्रजदूलह / देव]] | ||
+ | * [[सखी के संकोच गुरु सोच मृगलोचनि / देव]] | ||
+ | * [[सहर सहर सोँधो सीतल समीर डोलै / देव]] | ||
+ | * [[साँवरी सुघर नारी महा सुकुमारी सोहै / देव]] | ||
* [[साँवरो रूप / देव]] | * [[साँवरो रूप / देव]] | ||
+ | * [[साँसन हीं में समीर गयो / देव]] | ||
+ | * [[सीतल महल महा, सीतल पटीर पंक / देव]] | ||
+ | * [[सुधाकर से मुख बानि सुधा मुसकानि सुधा दरसै रदपाँति / देव]] | ||
+ | * [[सुनो कै परम पद,उनो के अनंत मद / देव]] | ||
* [[हँसी की चोट / देव]] | * [[हँसी की चोट / देव]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− |
03:26, 22 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
देव
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1673 |
---|---|
निधन | 1768 |
जन्म स्थान | कुसमरा, इटावा, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
भाव-विलास, भवानी-विलास, कुशल-विलास, रस-विलास, प्रेम-चंद्रिका, सुजान-मणि, सुजान-विनोद, सुख-सागर | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
देव / परिचय |
प्रतिनिधि रचनाएँ
- आँगन बैठी सुन्यो पिय आवन चित झरोखन मे लख्यो परै / देव
- आई बरसाने ते बुलाय वृषभानु सुता / देव
- आवन सुन्यो है मनभावन को भावती ने / देव
- इन्दिरा के मन्दिर से सुंदर बदन वे / देव
- कुँजन के कोरे मनु केलिरस बोरे लाल / देव
- कुन्दन से अँग नवयौवन सुरँग उतै / देव
- कोऊ कहौ कुलटा कुलनि अकुलानि कहौ / देव
- खरी दुपहरी भरी हरी हरी कुंज मँजु / देव
- गोरी गरबीली उठी ऊँघत चकात गात / देव
- ग्रीषम प्रचंड घाम चंडकर मंडल तें / देव
- घाँघरो घनेरो लाँबी लटैँ लटे लाँक पर / देव
- जगमगे जोबन जराऊ तरिवन कान / देव
- जबतें कुबर कान्ह रावरी / देव
- जोबन के रँग भरी ईँगुर से अँगनि पै / देव
- झहरि झहरि झीनी बूँद है परति मानों / देव
- डारि द्रुम-पालन बिछौना नव-पल्लव के / देव
- दरबार / देव
- दूलह को देखत हिए / देव
- देव जियै जब पूछौ तौ प्रेम को पार कहूँ लहि आवत नाहीँ / देव
- देव मैं सीस बसायो सनेह कै / देव
- धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी / देव
- नासिका ऊपर भौँहन के मधि / देव
- पाँयनि नूपुर मंजू बजै / देव
- पीत रँग सारी गोरे अँग मिलि गई देव / देव
- प्यारे तरु नीजन विपिन तरुनी जन ह्वै / देव
- प्रेम चरचा है अरचा है कुल नेमन रचा है / देव
- प्रेम समुद्र परयो गहिरे अभिमान के फेन रह्यो गहि रे मन / देव
- फटिक सिलानी सौं सुधारयौ / देव
- बरुनी बघँबर मैँ गूदरी पलक दोऊ / देव
- बारिध बिरह बड़ी बारिधि की बड़वागि / देव
- बोयो बस बिरद मैँ बोरी भई बरजत / देव
- भेष भये विष भावै न भूषन भूख न भोजन की कछु ईछी / देव
- मँजुल मँजरी पँजरी सी ह्वै मनोज के ओज सम्हारत चीरन / देव
- मँद महा मोहक मधुर सुर सुनियत / देव
- मँद हास चँद्रिका को मँदिर बदन चँद / देव
- माखन सो मन दूध सो जोबन है दधि ते अधिकै उर ईठी / देव
- माथे महावर पाँय को देखि महावर पाय सुढार ढुरीये / देव
- मुरली सुनत बाम काम-जुर लीन भई / देव
- मूरति जो मनमोहन की मनमोहनी के थिर ह्वै थिरकी सी / देव
- रूपे के महल धूपे अगर उदार द्वार / देव
- लागत समीर लँक लहकै समूल अँग / देव
- लाज के निगड़ गड़दार अड़दार चँहु / देव
- लाल बिना बिरहाकुल बाल बियोग की ज्वाल भई झुरि झूरी / देव
- वा चकई को भयो चित चीतो चितौत चँहु दिसि चाय सों नाँची / देव
- श्रीब्रजदूलह / देव
- सखी के संकोच गुरु सोच मृगलोचनि / देव
- सहर सहर सोँधो सीतल समीर डोलै / देव
- साँवरी सुघर नारी महा सुकुमारी सोहै / देव
- साँवरो रूप / देव
- साँसन हीं में समीर गयो / देव
- सीतल महल महा, सीतल पटीर पंक / देव
- सुधाकर से मुख बानि सुधा मुसकानि सुधा दरसै रदपाँति / देव
- सुनो कै परम पद,उनो के अनंत मद / देव
- हँसी की चोट / देव