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17:44, 4 जून 2020 के समय का अवतरण
रामरक्षा मिश्र विमल
जन्म | 28 फ़रवरी 1962 |
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जन्म स्थान | बड़कागाँव, सबल पट्टी, बक्सर, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
फगुआ के पहरा | |
विविध | |
अनियतकालीन साहित्यिक-सांस्कृतिक पत्रिका ‘संसृति’ का संपादन-प्रकाशन।भोजपुरी पत्रिका संझवत के संपादक। भोजपुरी गीतों के कई अल्बम। | |
जीवन परिचय | |
रामरक्ष मिश्र विमल / परिचय |
कविताएँ
- बिहान अब होई / रामरक्षा मिश्र विमल
- जिम्मेदारी / रामरक्षा मिश्र विमल
- बिहान अब होई / रामरक्षा मिश्र विमल
- अनुभव / रामरक्षा मिश्र विमल
- आँखि लागि गइल / रामरक्षा मिश्र विमल
गीत
- देवी गीत 1 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 2 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 3 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 4 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 5 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 6 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 7 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 8 / रामरक्षा मिश्र विमल
- देवी गीत 9 / रामरक्षा मिश्र विमल
- ना शिकाइति कुछो बाटे उनसे / रामरक्षा मिश्र विमल
- झीमी-झीमी बूनी बरिसावेले बदरिया / रामरक्षा मिश्र विमल
- बेटी प्यार के कहानी होली माई बाप के / रामरक्षा मिश्र विमल
- दुअरा अंगना कहिया छिटकी मधुर किरिनिया भोर के / रामरक्षा मिश्र विमल
- कहँवा जाईं? / रामरक्षा मिश्र विमल
- फँसि गइलऽ तू / रामरक्षा मिश्र विमल
- कइसे मीत बनाईं तोहके अपना आङन के तुलसी / रामरक्षा मिश्र विमल
- जे रोअवला के खुशिया मनाई / रामरक्षा मिश्र विमल
- घर फूटेला अउरी लूटे जवार / रामरक्षा मिश्र विमल
नवगीत
- खाइबि तब जानबि / रामरक्षा मिश्र विमल
- गीत बनल / रामरक्षा मिश्र विमल
- फागुन के आसे / रामरक्षा मिश्र विमल
- दूब के सुतार / रामरक्षा मिश्र विमल
- फूटल भाग / रामरक्षा मिश्र विमल
चइता
- जाए नाहीं देबि हम बहरवा ए रामा / रामरक्षा मिश्र विमल
- रोंआ-रोंआ खुशिया समाइल ए रामा / रामरक्षा मिश्र विमल
छऽठि के गीत
- पनिया ले आवे गइलीं पकवा इनरवा / रामरक्षा मिश्र विमल
- गाई के गोबरे लिपवलीं, घरवा अङना दुआर / रामरक्षा मिश्र विमल
गजल
- शहर में घीव के दीया बराता रोज कुछ दिन से / रामरक्षा मिश्र विमल
- बढ़नी से अलगावल गइलीं भरल जवानी बबुआ जी / रामरक्षा मिश्र विमल
- छँवड़ा चिचिया के गावेला / रामरक्षा मिश्र विमल
- जेकरा पर तू गरब करेलऽ आपन ना ऊ आउर ह / रामरक्षा मिश्र विमल
- चढ़ल रोज कतने चुनौटी के पानी / रामरक्षा मिश्र विमल
- चीर के कइसे देखाईं दिल भला जुम्मन मियाँ / रामरक्षा मिश्र विमल
- जाड़ा गिरते भोरे घामा बइठल खोंखेली काकी / रामरक्षा मिश्र विमल
- का होई जो अँखियन के ई भेद खुलल त / रामरक्षा मिश्र विमल
- जेकरा ले प्यार करीं ऊहे तड़पावेला / रामरक्षा मिश्र विमल
- नेह अमिरित झरित जो कबो / रामरक्षा मिश्र विमल
- जहें नेह लागल दरदिए मिलल बा / रामरक्षा मिश्र विमल
- रउरा हँसते बिहान होइ जाला / रामरक्षा मिश्र विमल
- सूतल सनेह आके के दो जगा गइल / रामरक्षा मिश्र विमल
- कहियो नियरा करेजा के आ जइत हो / रामरक्षा मिश्र विमल
- के बसल जागीर में केकरा, बताई अब समय / रामरक्षा मिश्र विमल