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देवेन्द्र कुमार 'बंगाली'
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देवेन्द्र कुमार 'बंगाली'
जन्म | 18 जुलाई 1933 |
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निधन | 18 जून 1991 |
उपनाम | 'बंगाली' |
जन्म स्थान | कसया, गोरखपुर |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कैफ़ियत, बहस ज़रूरी है (दोनों कविता-संग्रह), हड्डियों का पुल (नवगीत-संग्रह), खानाबदोश (कहानी-संग्रह)। | |
विविध | |
कहानियाँ भी लिखी हैं। शम्भुनाथ सिंह द्वारा सम्पादित ’नवगीत-सप्तक’ के एक कवि। | |
जीवन परिचय | |
देवेन्द्र कुमार 'बंगाली' / परिचय |
प्रतिनिधि रचनाएँ
- एक पेड़ चाँदनी / देवेन्द्र कुमार
- सूरज ओ ! / देवेन्द्र कुमार
- फागुन का रथ / देवेन्द्र कुमार
- धुँधलका / देवेन्द्र कुमार
- खिली थी, झर गई बेला / देवेन्द्र कुमार
- चाँद-किरण / देवेन्द्र कुमार
- शामें, अच्छी हों / देवेन्द्र कुमार
- बात / देवेन्द्र कुमार
- बौरों के दिन / देवेन्द्र कुमार
- आम में बौर आ गए / देवेन्द्र कुमार
- चांदी के तार / देवेन्द्र कुमार
- गेंदे के फूल / देवेन्द्र कुमार
- सारा दिन / देवेन्द्र कुमार
- आज की नियति से / देवेन्द्र कुमार
- मेघ मेरे ! मुझे घेरे !! / देवेन्द्र कुमार
- ट्कड़े-टुकड़े रात कटी है / देवेन्द्र कुमार
- गूलर के कीड़े / देवेन्द्र कुमार
- अन्धेरे की व्यथा / देवेन्द्र कुमार
- अगहन की शाम / देवेन्द्र कुमार
- यह अकाल इन्द्रधनुष / देवेन्द्र कुमार
- धूप में / देवेन्द्र कुमार
- सन्ध्याएँ / देवेन्द्र कुमार
- हमको भी आता है / देवेन्द्र कुमार
- हड्डियों का पुल है / देवेन्द्र कुमार
- हम ठहरे गाँव के / देवेन्द्र कुमार
- बादल उठे कहीं, सपने में / देवेन्द्र कुमार
- फिर हुई बरसात झींगुर बोलते / देवेन्द्र कुमार
- दिन के यायावर को / देवेन्द्र कुमार
- लो आए मक्का में दाने / देवेन्द्र कुमार
- ऊब / देवेन्द्र कुमार
- भूल का पर्याय / देवेन्द्र कुमार
- अपने ही इर्द-गिर्द / देवेन्द्र कुमार
- अन्धकार की खोल / देवेन्द्र कुमार
- शाम / देवेन्द्र कुमार
- फिर जला लोहबान यारो / देवेन्द्र कुमार
- धूप के पखेरू / देवेन्द्र कुमार
- मेघ आए, निकट कानों के / देवेन्द्र कुमार
- फिर फूटी पौ / देवेन्द्र कुमार
- मन न हुए मन से / देवेन्द्र कुमार
- माई / देवेन्द्र कुमार
- सोच रहा हूँ / देवेन्द्र कुमार