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मैं तो यहाँ हूँ / रामदरश मिश्र
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मैं तो यहाँ हूँ
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रचनाकार | रामदरश मिश्र |
---|---|
प्रकाशक | इन्द्रप्रस्थ प्रकाशन |
वर्ष | 2015 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 104 |
ISBN | 978-81-7150-160-1 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- ईश्वर / रामदरश मिश्र
- कुर्सी / रामदरश मिश्र
- वाणी विहार / रामदरश मिश्र
- इन दिनों / रामदरश मिश्र
- कलाकार: 2 कविताएँ / रामदरश मिश्र
- सौंदर्य-बोध / रामदरश मिश्र
- चेहरे / रामदरश मिश्र
- कलम और कुदाली / रामदरश मिश्र
- शिखर से शिखर तक / रामदरश मिश्र
- आदमी होने की पहचान / रामदरश मिश्र
- नव वर्ष: चार कविताएँ / रामदरश मिश्र
- जाड़ा: दो कविताएँ / रामदरश मिश्र
- प्रवचन / रामदरश मिश्र
- उसके भीतर एक सपना था / रामदरश मिश्र
- आँगन में / रामदरश मिश्र
- होली / रामदरश मिश्र
- दिल्ली में गाँव लिए / रामदरश मिश्र
- अमरता / रामदरश मिश्र
- ये दल / रामदरश मिश्र
- अपना-अपना सुख / रामदरश मिश्र
- गौरेया / रामदरश मिश्र
- सही रास्ता / रामदरश मिश्र
- बाहर-भीतर / रामदरश मिश्र
- आभारी हूँ कविते / रामदरश मिश्र
- फाइलों के साथ / रामदरश मिश्र
- चारपाई / रामदरश मिश्र
- परछाईं / रामदरश मिश्र
- जंगल आँखों में / रामदरश मिश्र
- शब्द / रामदरश मिश्र
- लमहे / रामदरश मिश्र
- अंगीठी / रामदरश मिश्र
- हँसी की तैयारी / रामदरश मिश्र
- हँसी और दंश / रामदरश मिश्र
- पैसे के समय में / रामदरश मिश्र
- हम दोनों / रामदरश मिश्र
- दरवाज़ा बन्द है / रामदरश मिश्र
- वह चला गया चुपचाप / रामदरश मिश्र
- कुछ तो बचा है / रामदरश मिश्र
- चमक / रामदरश मिश्र
- 40 सवाल / रामदरश मिश्र
- त्योहार / रामदरश मिश्र
- आवाज़ / रामदरश मिश्र
- आईना / रामदरश मिश्र
- मैं तो यहाँ हूँ (कविता) / रामदरश मिश्र
- उसकी मुस्कान / रामदरश मिश्र
- फूल और कुत्ता / रामदरश मिश्र
- गाजर और कोंहड़ा / रामदरश मिश्र
- दिसंबर की धूप / रामदरश मिश्र
- एक ही जवाब / रामदरश मिश्र
- अंगीठी और मैं / रामदरश मिश्र
- रसोई / रामदरश मिश्र
- वह वसंत का दिन था / रामदरश मिश्र
- एक बचपन यह भी / रामदरश मिश्र
- चाबी / रामदरश मिश्र
- अर्थ / रामदरश मिश्र
- अपना फूल / रामदरश मिश्र
- आमने-सामने / रामदरश मिश्र
- शिवरात्रि / रामदरश मिश्र
- जब-जब कुछ कहा / रामदरश मिश्र
- कितने अजीब हो तुम / रामदरश मिश्र
- फिर पानी बरसा / रामदरश मिश्र
- वह आदमी है / रामदरश मिश्र
- फर्श और वाटिका / रामदरश मिश्र
- वे दोनों / रामदरश मिश्र
- घर-बाहर / रामदरश मिश्र
- चलते-चलते / रामदरश मिश्र
- पूजा और फूल / रामदरश मिश्र
- यह क्यों होता है? / रामदरश मिश्र
- अपना-अपना रास्ता / रामदरश मिश्र
- घर लौट आया था / रामदरश मिश्र
- बच्चे / रामदरश मिश्र
- अपना-अपना मंदिर / रामदरश मिश्र
- धन / रामदरश मिश्र
- समय / रामदरश मिश्र