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काँधों लदे तुमुल कोलाहल / यतींद्रनाथ राही
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काँधों लदे तुमुल कोलाहल
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रचनाकार | यतींद्रनाथ राही |
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प्रकाशक | ऋचा प्रकाशन, 106 शुभम् 7 नं. बीडीए मार्केट, शिवाजी नगर, भोपाल-16 |
वर्ष | 2017 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | गीत/नवगीत |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- प्रस्तावना / काँधों लदे तुमुल कोलाहल / कैलाशचन्द्र पन्त
- कोलाहल के नाम / काँधों लदे तुमुल कोलाहल / यतींद्रनाथ राही
- एक अँजुरी धूप / यतींद्रनाथ राही
- सिंहासन हैं चार पदारथ / यतींद्रनाथ राही
- बूढ़ी रात / यतींद्रनाथ राही
- भरम / यतींद्रनाथ राही
- सान्ध्य गीत / यतींद्रनाथ राही
- कुछ तो कर लो / यतींद्रनाथ राही
- वसन्तागमन / यतींद्रनाथ राही
- चुप कैसे रह जाएँ / यतींद्रनाथ राही
- दुनिया ऐसे ही चलती है / यतींद्रनाथ राही
- सुधि के मेघ / यतींद्रनाथ राही
- बातें करो मत / यतींद्रनाथ राही
- सौ सौ विभ्रम / यतींद्रनाथ राही
- कौन मसीहा / यतींद्रनाथ राही
- कब तक / यतींद्रनाथ राही
- स्वर्ण होते रहे गल कर / यतींद्रनाथ राही
- ये रजधानी / यतींद्रनाथ राही
- तराशे जा रहे हैं / यतींद्रनाथ राही
- एक चिड़िया तार पर / यतींद्रनाथ राही
- क्यों अचानक / यतींद्रनाथ राही
- भोगा और जिया / यतींद्रनाथ राही
- घिरी घटाएँ / यतींद्रनाथ राही
- हरकारे चले आए / यतींद्रनाथ राही
- प्यार हो बादल / यतींद्रनाथ राही
- ऐसे गीत कभी तुम गाओ / यतींद्रनाथ राही
- कबीरे / यतींद्रनाथ राही
- पतवार मोड़ लें / यतींद्रनाथ राही
- एक सावन चाहिए / यतींद्रनाथ राही
- मुजरा देख रहे हैं / यतींद्रनाथ राही
- क्या करें / यतींद्रनाथ राही
- कैसा प्रहर है / यतींद्रनाथ राही
- करो कुछ रोशनी भाई / यतींद्रनाथ राही
- एक पल तो / यतींद्रनाथ राही
- हो गयी है धन्य बाँहें / यतींद्रनाथ राही
- शीत ने छुआ / यतींद्रनाथ राही
- कैसा शोर है प्यारे / यतींद्रनाथ राही
- नयी आस में / यतींद्रनाथ राही
- एक सबेरा / यतींद्रनाथ राही
- तुमुल कोलाहलों में / यतींद्रनाथ राही
- जी भर कर जीना है / यतींद्रनाथ राही
- पहला गीत / यतींद्रनाथ राही
- आईना छलने लगा है / यतींद्रनाथ राही
- पल दो पल / यतींद्रनाथ राही
- कैसे हो गए / यतींद्रनाथ राही
- दे न पाए / यतींद्रनाथ राही
- गीत बन ढलने लगे हैं / यतींद्रनाथ राही
- मृगछौने बाँधे / यतींद्रनाथ राही
- धरो नहीं मनुहारें / यतींद्रनाथ राही
- घमछैयाँ में / यतींद्रनाथ राही
- क्यों फिर / यतींद्रनाथ राही
- काजल ढल रहे हैं / यतींद्रनाथ राही
- होली गीत / यतींद्रनाथ राही
- लग रहा है / यतींद्रनाथ राही