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वंदना गुप्ता
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वंदना गुप्ता
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| जन्म | 08 जून 1967 | 
|---|---|
| जन्म स्थान | |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| बदलती सोच के नए अर्थ, प्रश्नचिन्ह...आखिर क्यों?, कृष्ण से संवाद, गिद्ध गिद्दा कर रहे हैं, भावरस माल्यम, बहुत नचाया यार मेरा (कविता संग्रह) | |
| विविध | |
| शोभना काव्य सृजन सम्मान (012), हिन्दुस्तानी भाषा साहित्य समीक्षा सम्मान (2015) | |
| जीवन परिचय | |
| वंदना गुप्ता / परिचय | |
कविता संग्रह
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- मेरे फुफकारने भर से / वंदना गुप्ता
 - मैं नर… तुम मादा / वंदना गुप्ता
 - और जन्म रहा है एक पुरुष / वंदना गुप्ता
 - ये कैसा वजूद है मेरा / वंदना गुप्ता
 - अभी अध्ययन का विषय है ये / वंदना गुप्ता
 - सोचना ज़रा / वंदना गुप्ता
 - जाने कितनी बार तलाक लिया / वंदना गुप्ता
 - क्योंकि अपराधी हो तुम / वंदना गुप्ता
 - ज़रा सी बची औरत / वंदना गुप्ता
 - ये औरतें / वंदना गुप्ता
 - वैश्या, कुल्टा और छिनाल / वंदना गुप्ता
 - मेरे पास प्रेम नारंगी था और देह बैंजनी / वंदना गुप्ता
 - मैं नीली हँसी नहीं हँसती / वंदना गुप्ता
 - आ मेरी चाहत / वंदना गुप्ता
 - मेरे पैर नही भीगे… देखो तो / वंदना गुप्ता
 - इबादत के पन्ने लफ़्ज़ों के मोहताज नहीं होते / वंदना गुप्ता
 - रोज मोहब्बत की छाँव नहीं होती / वंदना गुप्ता
 - रूहों को जिस्म रोज कहाँ मिलते हैं / वंदना गुप्ता
 - पपड़ाए अधरों की बोझिल प्यास / वंदना गुप्ता
 - सबकी विदाई के मंज़र हसीन नही होते / वंदना गुप्ता
 - एक थिरकती आस की अंतिम अरदास / वंदना गुप्ता
 - मेरा तो मुझमें कुछ बचा ही नहीं / वंदना गुप्ता
 - खोखला आदर्शवाद / वंदना गुप्ता
 - हाशिये का नवगीत / वंदना गुप्ता
 - दुष्कर उपालंभ / वंदना गुप्ता
 - जब तक सत्ता निरंकुश है / वंदना गुप्ता
 - जुगाड़ का खेल / वंदना गुप्ता
 - हाँफते हुए लोग / वंदना गुप्ता
 - नहीं होना हमें अमर अविजित / वंदना गुप्ता
 - चुनावी मौसम की बरसातों में / वंदना गुप्ता
 - ता धिन धिन धा / वंदना गुप्ता
 - चीखो चीखो चीखो / वंदना गुप्ता
 - न देशभक्त न देशद्रोही / वंदना गुप्ता
 - कच्चे रास्ते पक्की दस्तकें / वंदना गुप्ता
 - विकास लील गया मेरी पीठ / वंदना गुप्ता
 - एक अंधे समय के सहयात्रियों / वंदना गुप्ता
 - अतः सुबह होने को है / वंदना गुप्ता / वंदना गुप्ता]]
 
	
	