नीचे दिये हुए पृष्ठ जज़्बात / अजय अज्ञात से जुडते हैं:
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- भूमिका / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- इस क़लम को रोशनाई दे ख़ुदा / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- अंजाम जो भी हो कभी सोचा नहीं करते / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- वो मेरे हौसलों को आज़माना चाहता है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- आपकी सच्ची दुआओं का असर है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- होता हुआ आसान सफ़र देख रहा हूँ / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- क्या पता था आईना यूँ बेवफ़ा हो जाएगा / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हों ऋचाएँ वेद की या आयतें कुरआन की / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- बुजुर्गों से निभाना भूल बैठे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- ख़ुद को तू आईने में नज़रिया बदल के देख / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- वक्त ने हर वक्त ही ज़ेरो ज़बर जारी रखा / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हम किसी हाल में ऐसा नहीं होने देंगे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हम से तो कभी ऐसी, शाइरी नहीं होती / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- राहे तलब में कब से यूँ बैठा हुआ हूँ मैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- इज़्ज़त से इसे देखिये, बेटी है किसी की / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- ज़िंदगी में प्यार ही सरहद है बस / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- जैसा भी है अच्छा या बुरा काट रहे हैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- एहसासे कमतरी को न यूँ दिल में पालिए / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- पराया ग़म मेरे दिल की ख़ुशी को छीन लेता है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- ‘लौट कर आऊंगा’ कोई कह गया / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- जहाँ से ख़ुशबुओं का सिलसिला है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- तबस्सुम के उजालों से ज़रा सी रौशनी कर दो / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- महक आती है यूँ उर्दू ज़बां से / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हर कोई अपनी अना की क़ैद में मक्फूल है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- माना कि इस ज़हान में दो-चार मिले हैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- उसूलों से बग़ावत कर रहे हो / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- एक नन्हा सा दिया, क्या बात है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- समझते हो बड़ी आसानियाँ हैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- वफ़ा के बदले जफ़ा मिलेगी / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- सफलता का उधर से रास्ता है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- सभी के सामने सज्दा हमें करना नहीं आता / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- मैंने हँसी को चेहरे से जाने नहीं दिया / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- झूठे को सारे लोग क्यूँ सच्चा समझते हैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- मंज़िलों पर पहुँच कर डगर खत्म हो / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- लोग अपने आप में उलझे दिखे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- अच्छा लगता है हमें गौहर निकलते देखना / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- धूप से मैं रौशनी थोड़ी चुरा लूँ / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- राई में सीप के भीतर जैसे गौहर रहता है / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- उसका यूँ मुझसे रूठना अच्छा लगा मुझे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- व्यसन में ख़ुद को उलझाये हुए हैं / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- दुआओं के असर को ख़ुद कभी यूँ आज़माना तुम / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- पुरखों ने जो कमाई थी दौलत बची रहे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- जफ़ा समझे, वफ़ा समझे, भला समझे, बुरा समझे / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हरिक शै में तेरी मौजूदगी महसूस करता हूँ / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- किसी के हुस्न का नक्शा मुझे कामिल नहीं मिलता / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- हर वक्त दिल पे जैसे कोई बोझ सा रहा / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- सच मानिएगा आप ये अच्छा नहीं करते / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- कभी भी हौसला टूटा नहीं था / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)
- जवानी आते ही चेहरे पे जब पिंपल निकल आया / अजय अज्ञात (← कड़ियाँ)