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जन्म के समय गाए जाने वाले गीत / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
- अजी केले से आवै हमें बांस / हरियाणवी
- इस इमली के ओड़े चोड़े पात / हरियाणवी
- कहियो सुसरा जी से मेरा दिल खट्टे बेरां नै / हरियाणवी
- कित तै आए अर्जन पांडे / हरियाणवी
- कित रै घडिये कढाईयां / हरियाणवी
- किधर तै आई दाई किधर ते आया नाई / हरियाणवी
- कुरडी कूड़ा हे जी गेरती / हरियाणवी
- के दुःख री तन्नै सास का, के तेरे पिया परदेस / हरियाणवी
- कोई मांगी कढ़ाई ना देय मेरा दिल हलुवै नै / हरियाणवी
- कोड्डी कोड्डी बगड़ बुहारूँ / हरियाणवी
- चंदन रुख कटाय कै / हरियाणवी
- चलो म्हारा राजीड़ा जी सहरां मैं चाली / हरियाणवी
- चुप चुप खड़े हो जरूर कोई बात है / हरियाणवी
- छम छम छनन अटरिआ चढ़गी गोदी में / हरियाणवी
- जच्चा की चटोरी जीभ जलेबी मंगवा द्यो नां / हरियाणवी
- जच्चा तै म्हारी याणी भोली जी / हरियाणवी
- जच्चा तो मेरी भोली भाली री / हरियाणवी
- जच्चा ने बच्चा जाया है, दिन खुसी का आया है / हरियाणवी
- जच्चा हाय मैया हाय दैय्या करती फिरै / हरियाणवी
- जन्में हैं राम अजुध्या मैं / हरियाणवी
- जिद्दिन लाडो तेरा जनम हुआ / हरियाणवी
- जी पहला मास जै लागिया, दूध दही मन जाय / हरियाणवी
- जै री माता तू सतजुग की कहिए राणी / हरियाणवी
- तेरा दादा घढ़ावै अटल पलना / हरियाणवी
- दरद हमने सहे ये सैयां के लाल कैसे कहाये / हरियाणवी
- दिल्ली सहर से पति खद्दर मंगा द्यों जी / हरियाणवी
- दूर दिसावर सै आई नणंदिया, भाई भतीजे के चाव / हरियाणवी
- नणन्द भावज का था प्यार दोनों रल कातती / हरियाणवी
- पलंग पर खेल रहो मेरो नन्दलाल / हरियाणवी
- पांच मोहर का साहबा! पीला मंगाद्यो जी / हरियाणवी
- पायां में पैजणियां लाला छुन्नक डोलेगा / हरियाणवी
- पीला तै ओढ म्हारी जच्चा पाणी नै चाली जी / हरियाणवी
- पड़दा ओल्है जच्चा बोलै राजन उरै बुलाओ जी / हरियाणवी
- बड़ए बगड़तै सती राणी नीसरी भर गोबर की हेल / हरियाणवी
- मन खोल के मांगो नन्दी लेना हो सो लेय / हरियाणवी
- मन्नै भावें कराले के बेर रुपये सेर, मेरा री मन बेरां नै / हरियाणवी
- मांगो मांगो म्हारी नणन्द थारा मांगण का ब्योहार / हरियाणवी
- मेरा पिरस चढन्ता सुसरा न्यू कवै / हरियाणवी
- मेरा भंवर ने भेजी निसानी एक ताला एक छुरी। / हरियाणवी
- मैं आई थी मीठियां की लालच / हरियाणवी
- मैं तो थारा हाजिर बन्दा जी, हमारी धन रूस क्यों गई / हरियाणवी
- मैं तो रूस रहूंगी बालम हरगिज बोलूं ना / हरियाणवी
- रसीणे के कमरे में जच्चा हमारी री / हरियाणवी
- रहो रहो बांझड़ली दूर रहियो / हरियाणवी
- राजा जी जे थारै जन्मैगा पूत / हरियाणवी
- राजे गंगा किनारे एक तिरिया सू ठाड़ी अरज करे / हरियाणवी
- वृन्दावन से चलिये गवन्त्री / हरियाणवी
- ससुर जी आगे सात प्रणाम / हरियाणवी
- सासू म्हारी आवै / हरियाणवी
- सिया खड़ी पछताय कुस बन में हुए / हरियाणवी
- सुसरै जी से अरज करूं थी / हरियाणवी
- हम धनी जी खिचड़ी की साध / हरियाणवी
- हां जी बमण बैठो अंगणा धी रै जमूंगी बमणा / हरियाणवी
- हांसी सहर से पाते मंगवा दो / हरियाणवी
- हे री खत भेज रही पीहर मैं / हरियाणवी
- हैं घूंघर वाले बाल मेरे ललना के / हरियाणवी
- होलर कहै री अम्मा! तुझे झुंझणा मंगा दे / हरियाणवी