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शिव ओम अम्बर
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शिव ओम अम्बर
जन्म | 23 सितम्बर 1952 |
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जन्म स्थान | फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
आराधना की अग्नि, शिवओम अंबर की चुनी हुई गजलें, शब्दों के माध्यम से अशब्द तक; संपादन-काँटों का सफ़र, आस्था की रेखाएँ (गजल-संग्रह); विविध संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित | |
विविध | |
साहित्य-भूषण (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान), मध्य प्रदेश सरकार का राष्ट्रकवि प्रदीप सम्मान (2020), मंच के प्रतिष्ठित गीतकार, संचालक; दूरदर्शन व आकाशवाणी से नियमित प्रसारण। | |
जीवन परिचय | |
शिव ओम अम्बर / परिचय |
हिन्दी ग़ज़लें
- दीमकों के नाम हैं वंसीवटों की डालियाँ / शिव ओम अम्बर
- बेहतर आहत रही ये अक्षरों वाली गली / शिव ओम अम्बर
- कि अगले ही कदम पे खाइयाँ हैं / शिव ओम अम्बर
- लेखनी के पास हस्ताक्षर नहीं है / शिव ओम अम्बर
- जय-पराजय-खुशी और ग़म / शिव ओम अम्बर
- विज्ञ है पर ज़िन्दगी को कम समझता है / शिव ओम अम्बर
- वेदना की वर्तिका बनकर जली है / शिव ओम अम्बर
- आक्षितिज जो भी प्रत्यक्ष है / शिव ओम अम्बर
- सत्यता की सनद कीजिये / शिव ओम अम्बर
- आचरण की संहिताओं की तरह / शिव ओम अम्बर
- सियासत का षड्यन्त्र अपनी जगह है / शिव ओम अम्बर
- शीश पे ढो रही हैं शिलाएँ / शिव ओम अम्बर
- कुछ नहीं आज करता द्रवित / शिव ओम अम्बर
- भाल पे होंठ किसने रखे / शिव ओम अम्बर
- उन प्रतिमानों में करें संशोधन श्रीमान / शिव ओम अम्बर
- प्रश्नों को हैं सूलियाँ मूल्यों को वनवास / शिव ओम अम्बर
- अथक अविराम अक्षर-साधना है / शिव ओम अम्बर
- कि जिस दिल में व्यथा का वास होगा / शिव ओम अम्बर
- चेतना का तल बदलते ही / शिव ओम अम्बर
- बर्फ़ ग़म की हो अहम् की हो / शिव ओम अम्बर
- सुविधा से परिणय मत करना / शिव ओम अम्बर
- कायदों में न बाँधना उसको / शिव ओम अम्बर
- स्नेह की संहिता रही है माँ / शिव ओम अम्बर
- औपचारिक भंगिमा कृत्रिम हँसी निष्प्रभ नमन / शिव ओम अम्बर
- मानसर के विमल वारि में ही नहीं / शिव ओम अम्बर
- मानस का स्वाध्याय रही माँ / शिव ओम अम्बर
- तार्किकों को छोड़ उन्मत्तों से अभ्यन्तर मिला / शिव ओम अम्बर
- सौख्य संत्रास का अश्रु का हास का / शिव ओम अम्बर
- अग्नि के गर्भ में पला होगा / शिव ओम अम्बर
- अलग है ढंग मेरी अर्चना का / शिव ओम अम्बर
- आकर्षक अभिराम बन गया / शिव ओम अम्बर
- बन्धुता ले बिराने मिले / शिव ओम अम्बर
- इक ज़रा-सी असावधानी से / शिव ओम अम्बर
- हिन्दुस्तानी सोच पुरानी / शिव ओम अम्बर
- दुष्यन्त नहीं काव्य का प्रतिमान मिला है / शिव ओम अम्बर
- शुरू हुआ है प्रणय का पुरश्चरण मित्रो / शिव ओम अम्बर
- जो किसी का बुरा नहीं होता / शिव ओम अम्बर
- सच्चाई को गायेंगे / शिव ओम अम्बर
- स्वप्निल शत प्रतिशत होते हैं / शिव ओम अम्बर
- बसी है मेरे भीतर कोई कुब्जा / शिव ओम अम्बर
- हिंदुस्तानी औरत / शिव ओम अम्बर