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लक्ष्मीकान्त मुकुल
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लक्ष्मीकान्त मुकुल
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जन्म | 08 जनवरी 1973 |
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जन्म स्थान | रोहतास, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
लाल चोंच वाले पंछी | |
विविध | |
गिरिराज किशोरी कविता पुरस्कार, राज भाषा विभाग (बिहार) द्वारा भी पुरस्कृत | |
जीवन परिचय | |
लक्ष्मीकान्त मुकुल / परिचय |
भोजपुरी रचनाएँ
- छनो भर खातिर / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- तइयारी / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- कवच / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- वसंत अइला पर / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- नदी के पार के गाँव / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- भरकी में चहुपल भईसा / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- प्रलय के दिनन में / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- भरमें में / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- ताक / लक्ष्मीकान्त मुकुल
हिन्दी कविता संग्रह
हिन्दी रचनाएँ
- धोबहीं के सिवान पर धमाका / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- सूचनाधिकार कानून / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- देखना फिर से शुरू किया दुनिया को / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- गूंगी जहाज / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- जन्मा था अँधेरे में / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- दिल्ली की सडकों पर किसान / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- कौन है वह / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- जिन्दा जवाहरलाल / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- छोटी लाइन की छुक-छुक गाड़ी / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- नया साल / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- नीलकंठ / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- पंचायत चुनाव में गाँव / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- पीडाओं के दीप / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बबूल का फूल / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बिहारी / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- घने बरगद थे लोहिया / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- अवकाश पाये शिक्षक / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- सय्यद मियां की टांगी / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- सिक्के / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बोधा वाला पीपल / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- उदास हैं गडेरिए / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- किसने कैद किया हमारे जलधारों को / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- जहर से मरी मछलियाँ / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बाइसवीं सदी में / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- खुशहाली के फूल नहीं खिलते पटना गाँव में / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- कुछ ही देर पहले / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- कुलधरा के बीच मेरा घर / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- सेंटिनिलिस से छीन नहीं सकते मौलिकता / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- फिर लौटकर आएगा बुकानन / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- पलटू राम के किस्से / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- उगता है चांद नियत समय पर / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- नए अवतार में चालबाज / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- हरेक रंगों में दिखती हो तुम / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- पागल भीड़ ने घेर लिया है मुझे / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बिलख रही है जमुना कि नीली जलधाराएँ / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- बेवफाई को याद करती उदास है राधा / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- प्रतिरोध में खड़ा होता है कृष्ण / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- रासलीला के पात्र बच्चें / लक्ष्मीकान्त मुकुल
- कोहरे से झांकता हुआ आया / लक्ष्मीकान्त मुकुल