भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"भावना" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) (→कुछ प्रतिनिधि बज्जिका रचनाएँ) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
{{KKCatMahilaRachnakaar}} | {{KKCatMahilaRachnakaar}} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
+ | {{KKCatBajjikaRachnakaar}} | ||
====हिंदी ग़ज़लें==== | ====हिंदी ग़ज़लें==== | ||
* [[चांद झूठा मगर सही रोटी / भावना]] | * [[चांद झूठा मगर सही रोटी / भावना]] |
19:32, 3 जनवरी 2018 का अवतरण
भावना
© कॉपीराइट: भावना। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग भावना की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 20 फरवरी 1976 |
---|---|
जन्म स्थान | मुजफ्फरपुर, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
भावना / परिचय |
हिंदी ग़ज़लें
- चांद झूठा मगर सही रोटी / भावना
- हवा के साथ चल कर क्या करेंगे / भावना
- बिना बोले भी कह जाते बहुत हैं / भावना
- रूठे सागर को मनाने का हुनर आता है / भावना
- उड़ानों की हर इक सीमा गगन पे आ के रुकती है / भावना
- जो ख्वाबों में बसा है वो जमाना ढूंढ़ लाना तुम / भावना
- टूट न जाए डर लगता है / भावना
- जबसे ग़म की हवा चली-सी है / भावना
- धन से बिकती डिग्री देख / भावना
- हवा को आजमा कर देखना था / भावना
- सियासत को संभाला जा रहा है / भावना
- एक बड़ी मुस्कान लबों पर हो, तो हो / भावना
- कोमल जुबान जो थी वो सख़्ती पे आ गई / भावना
- एक न पत्ता, एक न बूटा / भावना
- ये जो चिड़िया निढ़ाल बैठी है / भावना
- कोरे कागज पे अचानक खिलखिलाते हाशिये / भावना
- मुझे टुकड़ों में जब भी बांटता है / भावना
- उम्र का वो पड़ाव बाकी है / भावना
- हमें अपना बताये जा रहे हैं / भावना
- फिर से हसीन वक्त की बस्ती में आ गए / भावना
- उसने जब भी ये सिर झुकाया है / भावना
- इस तरह कुछ दिल में उसकी मेजबानी हो गई / भावना
- धूल-भरा खलिहान हुआ अब जंगल है / भावना
- जो वक्त के हिसाब से ढलता चला गया / भावना
- जो करके बंद आंखों को यहां चुपचाप बैठे हैं / भावना
- कठिन राहों पे चलना आ गया है / भावना
- पर्वत पिघल पड़ा तो पानी को आन क्यूं है? / भावना
- नदियों के गंदे पानी को घर में निथार कर / भावना