नीचे दिये हुए पृष्ठ रमेश तन्हा से जुडते हैं:
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- तीसरा दरिया / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- इक चमकते हुए अहसास की जौदत हूँ मैं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- यूँ तो इक ज़माने से, बे-रफ़ीक़ो तन्हा हूँ / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- बाहर ख़ला है, ज़ात के अंदर भी कुछ नहीं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- नागहां ऐसा भी क्या हो गया बेज़ा मुझ से / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- उट्ठा है जो तूफ़ान, ज़रा थम भी तो जाये / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- चांद भी ज़र्द-रू हुआ, तारों में भी ज़िया नहीं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- गायब थी मंज़िलें कहीं रस्ते धुआँ धुआँ / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- पहले ख़ुद को आइने जैसा करो / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- वस्ल क्या चीज़ है जुदाई क्या? / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मिरी ज़िन्दगी दर्द की सान है / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हमारी राह में ये आ गये शजर कैसे / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- यूँ तो औरों से उसे प्यार भी हो सकता है / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- शहर के लोग जुदा, शहर का किरदार जुदा / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हक़ीक़तों को भी उसने सराब ही लिक्खा / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- क्या बनी बात अगर बात बनाई न गई / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मौत से हो कि न हो, खुद से हिरासां है बहुत / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ये चीख़ चीख़ के कहता है तजरिबा मेरा / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- इक ठंडी धूप भी शामिल थी अब के सायों की तबाही में / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- यही नहीं कि हम ही जिस्मो-जां की क़ैद में हैं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ना-रसी देख कर ज़माने की / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- खुद से मफ़र की राह मिरी ज़ात में नहीं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- यों तो थे हर नज़र में किनारों के ख़द्दो -ख़ाल / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ज़िन्दगी है कि है कोई सपना / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मिरी ज़िन्दगी कट गई धूप में / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- अपनों से भी कुछ लोग महब्बत नहीं करते / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मुझको औरों से तो क्या, ख़ुद से डर है कितना / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हम ने गाए ज़िन्दगी तेरे लिए गाने बहुत / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ओढ़ कर बदलियां सी चला कीजिये / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मंज़िल का त'ऐयुन है, न रस्ते की ख़बर है / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- कभी धुआँ कभी गर्दो-ग़ुबार हो के चले / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- अगर'चे जिस्म और जां तक भी फ़ानी ले के आया हूँ / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- होने को जो न ख़्वाह थकन का गुमान तक / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- मेरे ज़ौक़-ए-जुस्तजू ने सर किये मिर्रीख़ो-माह / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हम कहकशां की हद से भी आगे निकल गये / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हम तो झोंके हैं अज़ल ही से, हवा के 'तन्हा' / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- हर मरहला हयात का पहला कदम लगा / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- वो तबस्सुम-रेज़ भी हैं और तग़ाफ़ुल केश भी / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ज़िन्दगी क़ैद से भी बद-तर है / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ये कल की फ़िक्र में जीना, ये रोज़ का मरना / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- आदमी अस्ल है लिबास नहीं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- कौन था जो साथ अपने सब उजाले ले गया / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- जानता हूँ कि मुझे धूप निगल जायेगी / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- कर रही है शहर को मिस्मार दीवारों के बीच / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- जाने इस में शौक़ के कितने सफ़ीने ग़र्क़ हैं / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- ढूंढ लूंगा जिस दिन अपने आपको / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- क्यों रोज़ बदल जाता है हर शख़्स का चेहरा / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)
- बात कुछ नहीं समझाता मुझे आइना हर रोज़ / रमेश तन्हा (← कड़ियाँ)